मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घोषित किया है कि वह अगले महीने राम मंदिर में रामलला के दर्शन करेंगे। इस आयोजन की तारीख अब सार्वजनिक हो गई है।
अयोध्या राम मंदिर: अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, अब इसे दर्शन करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत कई मुख्यमंत्रियों और कैबिनेट मंत्रियों का प्लान बनाया गया है। इसके अनुसार, 1 फरवरी को योगी आदित्यनाथ रामलला के दर्शन करेंगे, जबकि 2 फरवरी को पुष्कर सिंह धामी रामलला के दर्शन करेंगे, जोकि उनके पूरी कैबिनेट सहित होंगे।
22 जनवरी को रामलला की मूर्ति का प्राण-प्रतिष्ठा समारोह हुआ था, और इसे ‘बालक राम’ के नाम से जाना जाएगा। इस मूर्ति को ‘बालक राम’ कहा जा रहा है क्योंकि इसमें भगवान राम का बालक रूप है, जो पांच वर्ष के बच्चे के रूप में हैं। पूजारी अरुण दीक्षित ने बताया कि इसमें भगवान राम का बचपन और प्रेम दिखाने का उद्देश्य है, जिससे भक्त उनसे आसानी से संबंध बना सकें।
‘पहली बार जब मैंने मूर्ति देखी, तो मैं ….’
पुजारी दीक्षित ने बताया कि मूर्ति को देखकर उन्हें एक अद्वितीय अनुभूति हुई, और उनके आंखों से आंसू बहने लगे। उन्होंने इसे बयान नहीं कर सका और उसे ‘अलौकिक’ और ‘सर्वोच्च’ कहा। उन्होंने कहा कि इस प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में उन्हें सबसे अद्वितीय और भावनात्मक अनुभूति हुई।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर कहा कि रामलला के दर्शन का समय आया है और यह एक नए युग के आगमन का प्रतीक है। मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा सोमवार को भव्य समारोह में की गई थी, जिसमें प्रधानमंत्री ने भी शामिल होकर दर्शन किए थे।