देश में कोरोना वायरस फिर से फैलने की आशंका है, और सरकार ने इस पर चेतावनी देते हुए एलर्ट मोड में कदम उठाया है। उत्तर प्रदेश सरकार ने कोरोना गाइडलाइंस जारी की हैं।
यूपी में कोरोना दिशानिर्देश: देश में कोरोना मामले फिर से बढ़ रहे हैं, जिसके कारण लोगों के दिलों की धड़कनें तेज हो रही हैं और सरकार ने इस पर चेतावनी देते हुए एलर्ट मोड में कदम उठाया है। गाजियाबाद, जो दिल्ली के समीप स्थित है, में अब तक तीन मामले सामने आए हैं, और नोएडा में भी कोरोना का एक एक्टिव मामला सामने आया है। यूपी सरकार ने कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसमें खांसी, बुख़ार और सांस के रोगियों को कोविड जांच कराने का निर्देश है।
यूपी सरकार के इस नए निर्देश के अनुसार, सर्दी, खांसी, जुकाम और सांस के रोगियों पर विशेष नजर रखी जाएगी और ऐसे मरीज़ों को कोविड जाँच कराई जाएगी। यदि कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो उनके सैंपल्स को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लखनऊ लैब में भेजा जाएगा। साथ ही, इन मरीज़ों को कोविड रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में रखा जाएगा।
सर्दी-खांसी होने पर कोविड टेस्ट के निर्देश
जबकि नए साल और क्रिसमस जैसे त्योहार आसपास आ रहे हैं, तब भी बाजारों, होटलों, रेस्त्रां और मॉलों में भीड़ बढ़ने का खतरा है। नई गाइडलाइंस के तहत, इन जगहों पर कोविड-19 के प्रोटोकॉल का सख्त पालन किया जाने के निर्देश जारी किए गए हैं, क्योंकि इन जगहों पर संक्रमण का जोखिम सबसे अधिक हो सकता है। लोगों से यह अपील की गई है कि खांसी या जुकाम होने पर कोविड टेस्ट करवाएं, और भीड़ भरे इलाकों से बचकर रहें, साथ ही मास्क और हैंड सैनिटाइजर का उपयोग करें।
सरकार ने जारी की गाइडलाइंस
यूपी सरकार ने कोरोना के लिए निर्देश जारी किए हैं, जो सभी सरकारी और निजी अस्पतालों, साथ ही सीएमओ को भी लागू होंगे। इसमें यह भी शामिल है कि अस्पतालों को सर्दी-खांसी वाले मरीजों की विशेष देखभाल करने के निर्देश दिए गए हैं। इस तरह की शिकायत होने पर मरीजों को कोविड जांच कराई जाएगी और रिपोर्ट आने तक उन्हें आइसोलेट किया जाएगा।