मध्य प्रदेश में, बीजेपी विधायकों ने मोहन यादव के नाम पर मोहर लगाई है, जिससे यह सुझावित है कि वह राज्य के आगामी सीएम बन सकते हैं। उनका सुल्तानपुर से उत्तर प्रदेश के साथ संबंध हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री समाचार: मध्य प्रदेश में, भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायकों की बैठक में मोहन यादव को विधायक दल का नेता चुना गया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि वह आगामी मध्य प्रदेश के सीएम बन सकते हैं। उनका सुल्तानपुर से यूपी संबंधित है, और उनकी ससुराल भी वहीं स्थित है। आने वाले 13 दिसंबर को मध्य प्रदेश में उनका शपथ ग्रहण समारोह होगा। रोचक बात यह है कि मोहन यादव अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं और वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी हैं।
जब उनका नाम सीएम के लिए तय हुआ, तो सुल्तानपुर में उत्साहपूर्ण माहौल है। उनके ससुराल वालों ने मिठाई बाँटी और जश्न का आयोजन किया। इस समय, उनके संबंधित और साथीधारी नेताओं ने बधाईयाँ दीं। मोहन यादव का विवाह सुल्तानपुर के ब्रह्मादीना यादव की बेटी सीमा यादव से हुआ था। वर्तमान में, उन्होंने उज्जैन दक्षिण से विधायक के रूप में चयन होने का सम्मान प्राप्त किया है और यह उनकी तीसरी बार है।
ससुराल में जश्न का माहौल
शिवराज सिंह सरकार में शिक्षा मंत्री रहे मोहन यादव को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाए जाने की सूचना सुनते ही, सुल्तानपुर में उत्साह भरा जश्न मना गया। उनके ससुराल वालों ने न केवल एक दूसरे को मिठाई खिलाई, बल्कि मोहन यादव के मुख्यमंत्री बनने पर भी एक दूसरे को बधाइयां दीं। इस मौके पर, मोहन यादव के ससुराल वाले खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। उन्होंने खुद मोहन यादव से बात करके उन्हें बधाई दी। मोहन यादव के ससुर ने उनके मुख्यमंत्री बनने पर मीडिया के सामने अपनी खुशी व्यक्त की।
मोहन यादव की राजनीतिक करियर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से शुरू हुई थी और वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के करीबी भी हैं। उन्होंने लंबे समय से राज्य की सियासत में सक्रिय भूमिका निभाई है। उनका राजनीतिक सफर 1982 में उज्जैन के माधव विज्ञान महाविद्यालय के सह सचिव चुने जाने से शुरू हुआ था और 1984 में छात्रसंघ के अध्यक्ष बनने के साथ चरम पर पहुंचा था।