व्हॉट्सएप चैंबर के माध्यम से भाजपा 5.16 करोड़ मतदाताओं को सीधे तरीके से प्रभावित करने की कोशिश करेगी। इसके तहत, राजस्थान के हर डिवीजन के व्हॉट्सएप ग्रुप की मॉनिटरिंग की जाएगी।
राजस्थान चुनाव 2023: राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए अब बस 6 महीने बचे हैं, और दो बड़े दलों का प्रयास है कि वे सत्ता प्राप्त करें। इस संदर्भ में, भाजपा की आईटी विंग ने प्रदेश के 50 लाख पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संवाद स्थापित करने की योजना बनाई है। इसके लिए, पहली बार व्हॉट्सएप चैंबर का गठन किया जा रहा है। इस चैंबर के माध्यम से, लगभग 1 लाख व्हॉट्सएप ग्रुपों का मॉनिटरिंग किया जाएगा और करीब 50 लाख कार्यकर्ताओं के साथ सीधा संपर्क स्थापित किया जा सकेगा।
सूत्रों के अनुसार, इस चैंबर की मदद से भाजपा को 5.16 करोड़ वोटर्स को सीधे तरीके से प्रभावित करने का एक मौका मिलेगा। इसके लिए तैयारी भी की जा रही है। राजस्थान के हर डिवीजन के व्हॉट्सएप ग्रुपों की मॉनिटरिंग की जाएगी। इसकी जिम्मेदारी कंप्यूटर साइंस और आईटी पेशेवरों को सौंपी गई है। इसके अलावा, व्हॉट्सएप चैंबर के प्रदेश सहसंयोजक हीरेंद्र कौशिक की देखरेख में होगी।
मॉनिटरिंग के लिए बनाई गई सात लोगों की टीम
सूचना के अनुसार, एक व्हॉट्सएप ग्रुप बीजेपी पदाधिकारियों के आंतरिक संचार के लिए उपयोग होगा, जबकि दूसरा ग्रुप बूथ पर स्थित वोटर्स और यूथ आइकन्स के लिए तैयार किया जाएगा। इस चैंबर में प्रदेश, जिला, मंडल, शक्तिकेंद्र और बूथ स्तर पर चार टीमें होंगी, और मॉनिटरिंग के लिए 7 लोगों की टीम काम करेगी। यह टीम सीधे दिल्ली से कनेक्टेड होगी।
कांग्रेस भी व्हॉट्सएप ग्रुप बनाने की तैयारी में
हाल ही में, कांग्रेस ने लोगों को डिजिटली सक्रिय रखने के लिए सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म विभाग का ऑफिस स्थापित किया है। इस विभाग के चेयरमैन सुमित भगासरा हैं। अब तक, कांग्रेस में प्रदेश कार्यकारिणी और जिला पदाधिकारियों के लिए व्हॉट्सएप ग्रुप्स मौजूद थे, लेकिन अब इन ग्रुप्स को कैटेगरीवार बनाया जा रहा है।
अब, जिलों के पदाधिकारी वोटर्स के व्हॉट्सएप ग्रुप्स को अलग-अलग कैटेगरी में विभाजित किया जाएगा। उदाहरण के लिए, किसान, छात्र, महिलाएं, व्यापारी, पेशेवर आदि। इन ग्रुप्स का एडमिन प्रदेश कार्यकारिणी से एक पदाधिकारी भी होगा, ताकि संबंधित कैटेगरी से संबंधित संदेश केवल उसी ग्रुप को भेजा जा सके।