जातिगत जनगणना को लेकर सियासत पिछले कुछ महीनों में सबसे ज्यादा देखने को मिली है. लोकसभा चुनाव के दौरान भी ये मुद्दा खूब गरमाया था.
जाति जनगणना: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लंबे समय से जातिगत जनगणना कराने की मांग की है और इस मुद्दे को विभिन्न मंचों पर उठाते रहे हैं। हाल ही में एक सर्वे में जातिगत जनगणना के समर्थन में बढ़ते आंकड़े दिख रहे हैं, जिससे साफ है कि राहुल गांधी का यह विचार जनता में लोकप्रिय हो रहा है। इस कारण राहुल ने सर्वे का हवाला देते हुए सरकार से तुरंत जातिगत जनगणना कराने की अपील की है।
कांग्रेस ने इंडिया टुडे के सर्वे के आधार पर कहा कि यह सर्वे जनता की वास्तविक राय को दर्शाता है। सर्वे में 74% लोगों ने जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर जोर दिया है। कांग्रेस का कहना है कि समाज की विभिन्न जातियों की जनसंख्या की जानकारी के बिना उनकी उचित भागीदारी सुनिश्चित नहीं की जा सकती। राहुल गांधी ने इसी बात को सामने रखते हुए सरकार से जनगणना की तुरंत मांग की है।
जाति जनगणना पर राहुल गांधी ने क्या कहा?
राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मोदी जी, अगर आप जातिगत जनगणना को रोकने का सोच रहे हैं, तो आप गलतफहमी में हैं। अब कोई ताकत इसे रोक नहीं सकती! भारत का आदेश स्पष्ट है। जल्द ही 90% भारतीय जातिगत जनगणना का समर्थन और मांग करेंगे। इसे तुरंत लागू करें, वरना अगली सरकार में आपको इसे करते हुए देखना पड़ेगा।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि वर्तमान सरकार ने ऐसा नहीं किया, तो अगली सरकार इसे जरूर लागू करेगी।
जातिगत जनगणना पर किए गए हाल के सर्वे में लोगों से पूछा गया कि क्या इसे देश में लागू किया जाना चाहिए। फरवरी 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले इस सवाल के जवाब में 59% लोगों ने हां कहा था, जबकि 28% ने न कहा था। अगस्त 2024 में यह आंकड़ा बदलकर 74% हो गया है, जिन्होंने जातिगत जनगणना की आवश्यकता पर जोर दिया है, जबकि 24% लोग इसके खिलाफ हैं।