राहुल गांधी इस समय अमेरिका के दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने भारत-पाकिस्तान और भारत-चीन विवादों पर भी टिप्पणी की है। बीजेपी इन टिप्पणियों को लेकर राहुल गांधी पर लगातार हमलावर है और उन्हें घेरने की कोशिश कर रही है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को लोकसभा में राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी के अमेरिका में भारत-चीन सीमा विवाद के बारे में किए गए दावे गलत और तथ्यों के विपरीत हैं। राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि राहुल गांधी ने झूठ फैलाने की ओर कदम बढ़ाया है।
राजनाथ सिंह ने सोशल मीडिया पर लिखा कि राहुल गांधी की विदेश यात्रा के दौरान की गई भ्रामक और निराधार टिप्पणियाँ भारत की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं। उन्होंने राहुल गांधी के उस आरोप को खारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि भारत में सिख समाज को गुरद्वारों में पगड़ी पहनने की अनुमति नहीं है और उन्हें उनके धार्मिक आचरण से रोका जा रहा है। राजनाथ सिंह ने इसे पूरी तरह से झूठा और वास्तविकता से परे बताया।
रक्षा मंत्री ने कहा कि सिख समाज की भारतीय संस्कृति की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका है और देश उनका सम्मान करता है। उन्होंने कहा कि विपक्ष के नेता को इस तरह की निराधार बातें नहीं करनी चाहिए।
इसके अतिरिक्त, राजनाथ सिंह ने राहुल गांधी के इस दावे को भी गलत बताया कि एनडीए सरकार आरक्षण को समाप्त करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री ने दलितों, पिछड़ों, और आदिवासियों के कल्याण के लिए आरक्षण को मजबूत किया है।
इस तरह की बातों से परहेज करें राहुल- राजनाथ
राजनाथ सिंह ने कहा कि अमेरिका में राहुल गांधी द्वारा भारत-चीन सीमा विवाद पर किए गए दावे भी गलत और तथ्यहीन हैं। उन्होंने राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा कि यह लगता है जैसे उन्होंने मोहब्बत की दुकान चलाते-चलाते झूठ फैलाने का काम शुरू कर दिया है। उन्होंने राहुल गांधी से इस तरह की गलतबयानी से बचने की अपील की।
राहुल गांधी ने अमेरिका में अपने चार दिवसीय दौरे के दौरान नेशनल प्रेस क्लब में एक कार्यक्रम में मोदी सरकार की चीन नीति की आलोचना की। उन्होंने कहा कि अगर चीन ने हमारे 4,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में कब्जा किया है और इसे संभालने के प्रयास किए जा रहे हैं, तो यह एक त्रासदी है। राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि चीनी सैनिकों ने लद्दाख में दिल्ली के क्षेत्रफल जितनी जमीन पर कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा कि मीडिया इस मुद्दे को ठीक से नहीं उठा रही है और मोदी सरकार का चीन के साथ निपटने का तरीका प्रभावी नहीं है।