ओडिशा में हाल ही में एक भयानक रेल दुर्घटना हुई है, जिसमें 275 लोगों की जान गई है। रिलायंस फाउंडेशन की टीमें इस दुर्घटना के स्थान पर मौजूद हैं और पीड़ितों और बचावकर्मियों की सहायता कर रही हैं।
कोरोमंडल ट्रेन दुर्घटना: ओडिशा के बालासोर में हाल ही में एक भयानक रेल हादसा हुआ है, जिसमें 275 लोगों की मौत हो गई है और लगभग एक हजार लोग घायल हो गए हैं। इस हादसे के बाद, कई संगठन और राहत दल वहां पीड़ितों की सहायता करने के लिए पहुंचे हैं। इन संगठनों में रिलायंस फाउंडेशन भी शामिल है, जो सक्रिय रूप से वहां मदद कर रही है। रिलायंस फाउंडेशन की टीमें हादसे के स्थान पर जीवित बचे लोगों और राहतकर्मियों को खाना भी बांट रही हैं।
रिलायंस फाउंडेशन द्वारा इंस्टाग्राम पर शेयर की गई कुछ तस्वीरों के साथ इस तरह का कैप्शन है, “हम ओडिशा में हुए दुखद ट्रेन हादसे से प्रभावित लोगों के साथ एकजुट हैं। हमारी टीमें बचाव और राहत कार्य में लगी हुई हैं।”
रिलायंस फाउंडेशन ने आगे जारी किया, “इस संकटपूर्ण समय में, हमारे बचावकर्मी मेहनत कर रहे हैं और जीवों को बचाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। हम राहत और बचाव अभियान के कर्मियों को एक रसोई के माध्यम से खाना प्रदान कर रहे हैं और उन्हें अन्य आवश्यकताओं की भी पूर्ति कर रहे हैं। हम घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य सुधार की कामना करते हैं।”
कब और कैसे हुआ रेल हादसा
ओडिशा के बालासोर जिले में 2 जून की शाम के आसपास सात बजे के करीब एक भयानक रेल हादसा हुआ। इस हादसे में शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस, बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट और मालगाड़ी ट्रेनें प्रभावित हुईं। शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस के अधिकांश डिब्बे पटरी से उतर गए। ओडिशा सरकार ने बताया है कि बालासोर के बहनागा स्टेशन पर हुए इस ट्रिपल ट्रेन हादसे में 275 लोगों की मौत हुई है। बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कुछ अंतिम डिब्बों ने कोरोमंडल एक्सप्रेस के कई डिब्बों से टकराव किया, जो उस समय वहां से गुजर रही थी।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, रेस्क्यू ऑपरेशन पूर्ण रूप से संपन्न हो चुका है। दोनों पटरियों को फिर से सामान्य हालत में लाने का काम पूरा किया गया है। हादसे के 51 घंटे बाद से ट्रेनों की आवाजाही सामान्य हो गई है।