कांग्रेस ने रेलवे की सुरक्षा के लिए दिए गए धन के इस्तेमाल पर आरोप लगाया है कि इसे फुट मसाजर, क्रॉकरी और गाड़ी किराए पर लेने के लिए खर्च किया गया था।
ओडिशा ट्रेन दुर्घटना: ओडिशा में हुए दर्दनाक ट्रेन हादसे के मामले में, कांग्रेस ने मोदी सरकार को घेरते हुए आरोप लगाए थे कि रेलवे की सुरक्षा के लिए दिए गए धन का उपयोग फुट मसाजर, क्रॉकरी और कम्यूटर पर हुआ था। इसके खिलाफ रेलवे ने जवाब देते हुए कहा है कि यह धन विलासिता का खर्च नहीं था, बल्कि यह रेलवे की सुरक्षा के अनिवार्य हिस्से के रूप में उपयोग हुआ था।
रेलवे ने बताया है कि इन वस्तुओं जैसे फुट मसाजर, क्रॉकरी, एसी आदि को गेस्ट हाउस में उपयोग के लिए खरीदा गया था, जहां लोको पायलट और ट्रेन के गार्ड के लिए रनिंग रूम्स बनाए गए थे। ये रनिंग रूम उनके 9-10 घंटे की ड्यूटी के बाद आवश्यक आराम के लिए होते हैं। रेलवे ने कहा है कि यह फैसला सुरक्षा कमेटी की सिफारिश के आधार पर किया गया था और यह किसी बेकार खर्च को दर्शाता नहीं है, जैसा कि आरोपित किया जा रहा है।
कांग्रेस ने लगाया था आरोप
कांग्रेस पार्टी के महासचिव जयराम रमेश द्वारा की गई ट्वीट के माध्यम से कहा जा रहा है कि नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (कैग) की 2021 की रिपोर्ट में बताया गया है कि केंद्र सरकार ने रेलवे सुरक्षा के लिए आवंटित फंड को ‘दुरुपयोग’ किया है और इसे क्रॉकरी, कार किराए पर लेने, फर्नीचर, लैपटॉप और फुट मसाजर पर खर्च किया गया है। यह बयान कांग्रेस पार्टी द्वारा केंद्र सरकार को घेरने के उद्देश्य से किया गया है।
रनिंग रूम्स में ड्राइवर के लिए सुविधा
रेलवे ने स्पष्ट कर दिया है कि लोको पायलट ट्रेन में घंटों तक खड़े रहना पड़ता है और ड्यूटी समाप्ति के बाद वे आवश्यक आराम के लिए रनिंग रूम में जाते हैं। रनिंग रूम में क्रॉकरी और फुट मसाजर के साथ ही ड्राइवर के लिए कई अन्य सुविधाएं भी होती हैं, जिससे उन्हें आराम करने की सुविधा मिलती है। यह सुनिश्चित करने के लिए की जाती है कि वे अगली ड्यूटी के लिए उचित तरीके से तैयार हो सकें।