बाहरी जिले की नांगलोई थाने की पुलिस ने एक लिव-इन पार्टनर की हत्या करने वाले एक चालाक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है, जिसने अपनी गिरफ्तारी से पहले सात राज्यों में भाग दिया था।
दिल्ली: बाहरी जिले की नांगलोई थाने ने लिव-इन पार्टनर की हत्या कर फरार चल रहे एक चालाक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जिसकी खोज में पुलिस ने सात राज्यों की जमीन पर छापेमारी की। आरोपी, पंकज कुमार महतो (39), बिहार के समस्तीपुर जनपद के निवासी हैं। उन्होंने पुलिस से बचने के लिए अलग-अलग राज्यों के शहरों में बेघर आवरे की तरह रहा था और इस दौरान मोबाइल भी नहीं इस्तेमाल किया। पुलिस ने उन्हें गोखले मार्केट के पास से गिरफ्तार किया।
मकान में खून से सनी मिली थी महिला की लाश
डीसीपी जिमी चिरम के अनुसार, 26 अगस्त को नांगलोई के वीणा एनक्लेव में स्थित एक मकान में 32 वर्षीय तमन्ना परवीन की लाश मिली, जिसमें खून का स्पष्ट प्रमाण था। मौके पर पहुंची पुलिस को मकान के मालिक सतीश ने बताया कि तमन्ना अपने दो बच्चों और लिव-इन पार्टनर पंकज के साथ किरायेदार के रूप में रहती थीं। हत्या के बाद से पंकज का कुछ पता नहीं चल रहा है।
सात राज्यों में कई जगह उसकी तलाश में पुलिस ने मारे छापे
मामले की गंभीरता को देखते हुए, एसीपी नांगलोई की देखरेख में इंस्पेक्टर प्रभु दयाल, एसआई प्रवीण कुमार, अशोक, एएसआई नवीन कुमार और अन्यों की टीम का गठन कर आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की गई। पुलिस ने जांच के दौरान स्थानीय लोगों से पूछताछ के साथ विभिन्न स्थानों पर सौ से भी ज्यादा सीसीटीवी कैमरों के फुटेजों की जांच की और प्राप्त जानकारियों का विश्लेषण किया। जांच के दौरान पुलिस को पता चला कि पंकज बिहार के समस्तीपुर जिले का निवासी है और पश्चिम बंगाल में उसका ससुराल है। पुलिस ने उसकी तलाश में बिहार, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, पंजाब, यूपी, जम्मू-कश्मीर सहित सात राज्यों में कई ठिकानों पर छापेमारियों की गई, लेकिन उसका पता नहीं चला।
बेघर हो कर आवरों की तरह रह रहा था आरोपी
पुलिस ने एक शातिर संदिग्ध को पकड़ने में सफलता हासिल की, जो अपनी लिव-इन पार्टनर की हत्या कर भाग रहा था। संदिग्ध ने विभिन्न राज्यों में छिपकर पकड़ से बचने का प्रयास किया था। उल्लेखनीय रूप से, पुलिस ने कई राज्यों में चार महीनों तक व्यापक जांच की और अंततः उसे गोखले मार्केट के पास पकड़ लिया। यह मामले की गंभीरता और कानून प्रवर्तन की कर्मठता को रेखांकित करता है। भगोड़े की तरह रह रहे संदिग्ध ने इस दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने से परहेज किया। फिलहाल, अदालत में पेश होने के बाद वह न्यायिक हिरासत में है, जो पुलिस कार्रवाई की प्रभावशीलता को दर्शाता है।