प्रयागराज को वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिलने जा रही है, और 18 दिसंबर को प्रधानमंत्री मोदी इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाएंगे। इस ट्रेन का मार्ग वाराणसी से होकर प्रयागराज तक है, और इसका अंतिम ठिकाना नई दिल्ली है।
वंदे भारत एक्सप्रेस: केंद्र सरकार से उत्तर प्रदेश को एक और वंदे भारत एक्सप्रेस (Vande Bharat Express) का उपहार मिलने जा रहा है। अयोध्या के बाद अब प्रयागराज को भी वंदे भारत एक्सप्रेस की सौगात मिलने वाली है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 18 दिसंबर को वाराणसी से इस ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। वाराणसी से नई दिल्ली जाने वाली इस वंदे भारत एक्सप्रेस को अब प्रयागराज के माध्यम से भी चलाया जाएगा।
संगम नगरी के लोगों का खत्म हुआ इंतजार
प्रयागराज के नागरिकों को इस वंदे भारत एक्सप्रेस का लम्बे समय से बेसब्री से इंतजार था। इसके बावजूद, वाराणसी से प्रयागराज के लिए चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस अब भी दोपहर के तीन बजे चलती है और शाम को साढ़े चार बजे प्रयागराज पहुंचती है। इसके विपरीत, नई दिल्ली से वापसी का समय भी तीन बजे प्रस्तावित है, जब यह कानपुर सेंट्रल पर 7:08 बजे और प्रयागराज जंक्शन पर 9:08 बजे होगी। उपाध्याय ने बताया कि इस ट्रेन का संचालन होने की पुष्टि हो रही है, जिसके लिए आधिकारिक पत्र की प्रतीक्षा की जा रही है।
आनंद विहार से अयोध्या के लिए वंदे भारत
नई वंदे भारत एक्सप्रेस अब अयोध्या वाया लखनऊ के माध्यम से आनंद विहार और बीच के स्टेशनों के लिए रेलवे प्रशासन द्वारा संचालित की जाएगी। इस ट्रेन को लेकर उत्तर रेलवे को नए रैक का आवंटन कर दिया गया है, जो कि रेल कोच फैक्ट्री से आया है। 16 दिसंबर को इसे उत्तर रेलवे को सौंपा जाएगा और इसमें आठ बोगियां शामिल होंगी।
रेलवे प्रशासन विविध स्टॉपेज और सही समयबद्धता के साथ इस एक्सप्रेस की टाइमिंग को तैयार कर रहा है। इस एक्सप्रेस ट्रेन का सफर आनंद विहार से लखनऊ तक आठ घंटों में मुकम्मल होगा। रेलवे बोर्ड ने पहले नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस को वंदे भारत में स्थानांतरित करने का प्रस्ताव दिया था, और इसे आनंद विहार-अयोध्या वंदे भारत एक्सप्रेस के नए विकल्प के रूप में देखा जा रहा है।