महाराष्ट्र में 288 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव अक्टूबर से पहले हो सकते हैं। विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया में, सभी पार्टियाँ पहले से ही गतिविधियों में शामिल हो गई हैं।
महाराष्ट्र समाचार: महाराष्ट्र में इंडिया गठबंधन का उत्कृष्ट प्रदर्शन विरोधी दलों में नए उत्साह को जाग्रत किया है। लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद, यहां कई छोटी पार्टियों ने शरद पवार पर भरोसा जताया है और उन्हें समर्थन देने को तैयार हैं।
इस संदर्भ में, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं ने हाल ही में एनसीपी शरद पवार गठबंधन के अध्यक्ष शरद पवार से मुलाकात की। इस मीटिंग में, सीपीएम ने महाविकास आघाड़ी में सीटों का वितरण सोलापुर मध्य और राज्य से बारह सीटों की मांग की।
बैठक के दौरान, पूर्व विधायक नरसैया आदम, अशोक धवले, उदय नारकर सहित सीपीआई (एम) के कई अन्य वरिष्ठ नेता शामिल रहे। मुंबई में शरद पवार के आवास पर सीपीआई-एम नेताओं ने करीब 55 मिनट तक उनके साथ बैठक की।
इस बैठक के दौरान, सीपीएम नेताओं ने राज्य में 12 सीटों पर चुनाव लड़ने की इच्छा जताई, और सोलापुर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र की मांग भी की गई है। प्रणीति शिंदे के सांसद बनते ही सोलापुर सेंट्रल विधानसभा क्षेत्र को सीपीआई (एम) को देने की मांग भी की गई है।
तेज हुई विधानसभा चुनाव की हलचल
महाराष्ट्र में इस साल सितंबर से नवंबर के बीच विधानसभा चुनाव हो सकते हैं, क्योंकि मौजूदा विधानसभा का कार्यकाल अक्टूबर 2024 में समाप्त हो रहा है। इसके परिणामस्वरूप, प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है और सभी दल अपनी-अपनी रणनीति बनाने में जुट गए हैं।
महाराष्ट्र में 2019 में एक बड़ा खेल हुआ था, जब एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ बगावत करके सरकार बनाई थी। उनके पास 39 विधायक थे और उन्हें बीजेपी के 105 विधायकों का समर्थन मिला था। इसके अलावा, कई निर्दलीय और छोटे दल भी उनकी सरकार का समर्थन कर रहे थे। महाराष्ट्र में विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं, जिसमें बहुमत के लिए 145 सीटें आवश्यक हैं, लेकिन शिंदे सरकार इससे कहीं आगे हैं। यहां 2019 में एनसीपी के खाते में 53 सीटें आई थीं, लेकिन जुलाई 2023 में अजित पवार 41 एनसीपी विधायकों के साथ बगावत करके महायुति में शामिल हो गए थे। अब एनसीपी शरद गुट के पास 12 सीटें बची हैं। वहीं, शिवसेना उद्धव गुट में 17 विधायक हैं और कांग्रेस के पास 44 विधायक हैं। समाजवादी पार्टी और निर्दलीयों को जोड़ने पर विपक्ष के पास 65 सीटें हैं।