लोकसभा में भाजपा सांसद संबित पात्रा ने राहुल गांधी द्वारा शिव की तस्वीर दिखाने के मुद्दे पर अपनी विशेष शैली में प्रतिक्रिया दी। इस अवसर पर, उन्होंने भारत के अर्थ को भी स्पष्ट किया।
संबित पात्रा का लोकसभा भाषण: कांग्रेस सांसद और नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा के पहले सत्र के दौरान भगवान शिव की तस्वीर दिखाई थी, जिससे सदन में काफी हंगामा मचा। प्रधानमंत्री ने भी इसका विरोध किया था। इस संदर्भ में, भाजपा सांसद संबित पात्रा ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान अपने विशेष अंदाज में भगवान की तस्वीर प्रस्तुत की। उन्होंने भारत के अर्थ को भी स्पष्ट करते हुए कहा, “मैं आप सभी का ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं, कई तस्वीरें यहां दिखाई गई हैं, जिनमें भगवान की तस्वीर भी शामिल है। मैं बिना तस्वीर दिखाए एक ऐसी छवि प्रस्तुत करूंगा, जो आपके मन में बसी हुई है।”
बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने दिया जवाब
बीजेपी सांसद संबित पात्रा ने लोकसभा में अपने भाषण के दौरान कहा, “कल्प के अंत में भगवान विष्णु क्षीर सागर में शेषनाग पर विराजमान होते हैं, जहां लक्ष्मी उनकी पद्म पर होती हैं। उनके एक हाथ पर नारायण का ध्यान होता है और दूसरा हाथ नीचे रहता है। जब वे सोचते हैं कि भावी कल्प कैसा होगा, तो उनकी नाभि से एक कमल पुष्प उत्पन्न होता है, जिसमें से ब्रह्मा का जन्म होता है। ब्रह्मा अगले ब्रह्मांड का निर्माण करते हैं और महालक्ष्मी की अनुमति से ही यह संभव होता है। बैकुंठ में कोई पुरुष या महिला नहीं होता, इसलिए यह धारणा गलत है कि नारी पुरुष के पैरों के पास होती हैं। इसका तात्पर्य यह है कि जहां विचार, नवाचार और शिक्षा होती है, वहां कोई कमी नहीं होती। यही वजह है कि महालक्ष्मी भी ब्रह्मा को अनुमति दे देती हैं।”
संबित पात्रा ने भारत के नाम का अर्थ भी स्पष्ट करते हुए कहा, “भारत का अर्थ ‘भा’ से है, जो ‘भूमि’ के लिए उपयोग होता है। ‘भा’ का मूल अर्थ प्रकाश होता है, जैसे भास्कर (सूरज) जो प्रकाश देता है। ‘भारती’ का मतलब सरस्वती से है, जो ज्ञान देती हैं। इसलिए, जो भूमि अनादि काल से ज्ञान, विद्या और शिक्षा से परिपूर्ण है, वही भारत है।”