कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा है कि महाराष्ट्र और गुजरात में जब पार्टी को बहुमत नहीं मिला, तब उसने छत्रपति शिवाजी, बीआर अंबेडकर, और महात्मा गांधी की मूर्तियों को हटा दिया।
जयराम रमेश का आरोप: कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व में नवंबर 2024 के लोकसभा चुनाव के परिणामों के बाद एक संदेहात्मक माहौल पैदा हो गया है। पार्टी के नेता इस समय एक गंभीर और एक्शन मोड में नजर आ रहे हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने संसद भवन के बाहर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्तियों के हटाए जाने का आरोप लगाया है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल पर एक पोस्ट किया है और उसमें बताया है कि “संसद भवन के बाहर स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज, महात्मा गांधी और डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर की मूर्तियों को उनके मुख्य स्थानों से हटा दिया गया है। यह एक निंदनीय क्रिया है।”
इस मामले के संबंध में, एक रिपोर्ट के अनुसार, संसद क्षेत्र में भू-निर्माण कार्य के तहत महात्मा गांधी, डॉ. भीमराव अंबेडकर और छत्रपति शिवाजी सहित अन्य व्यक्तियों की मूर्तियों को अन्य स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है। इस कदम के खिलाफ कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की है। इसके अलावा, आदिवासी नेता बिरसा मुंडा और महाराणा प्रताप की मूर्तियों को पुराने संसद भवन और संसद पुस्तकालय के बीच एक लॉन में स्थानांतरित कर दिया गया है। अब सभी मूर्तियाँ एक ही स्थान पर स्थित हैं।
कांग्रेस के मीडिया एवं प्रचार विभाग के प्रमुख ने इस पर नोटिसबोर्ड पर भारी आलोचना की, जिसमें उन्होंने बीजेपी पर हमला किया कि “जब महाराष्ट्र और गुजरात में पार्टी को बहुमत नहीं मिला, तो उसने छत्रपति शिवाजी, महात्मा गांधी और डॉ. भीमराव अंबेडकर की मूर्तियां उनके प्रमुख स्थानों से हटा दीं।”