सम्राट चौधरी ने भागलपुर पुल हादसे को लेकर नीतीश कुमार को आलोचना की है। वे राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल उठा रहे हैं।
पटना: भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह नेता सम्राट चौधरी ने खगड़िया-सुल्तानगंज (भागलपुर) के बीच निर्माणाधीन पुल के नदी में होने वाले ध्वस्त होने पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि बिहार में नीतीश सरकार के भ्रष्टाचार के मामले इस घटना से प्रकट हो रहे हैं। उनके अनुसार, पुल का आधा हिस्सा खगड़िया जिले के अगुवानी घाट पर नदी में गिरना इस भ्रष्टाचार को दर्शाता है। यह बताने के लिए कि परबत्ता प्रखंड के खगड़िया जिले में गंगा नदी पर बने पुल का आधा हिस्सा रविवार को गिर गया है। इस पुल के गिरने के बाद, इलाके में हड़कंप मच गया है और कई मजदूर भी लापता हो गए हैं।
सम्राट चौधरी ने कहा- 9 वर्षों से बन रहा है पुल
सम्राट चौधरी ने बताया कि यदि यह पुल चालू हो जाता, तो उत्तर बिहार के कई जिलों के बीच की दूरी कम हो जाती। यह पुल और एप्रोच पथ का निर्माण कार्य फरवरी 2014 में 1710 करोड़ रुपये की लागत से शुरू हुआ था। पहले पुल का निर्माण कार्य नवंबर 2019 में पूरा होने की अनुमानित तारीख थी, लेकिन इसे बढ़ाकर जुलाई 2021 को किया गया। उम्मीद की जा रही थी कि इसका पूरा होना 2023 के अंत तक मुमकिन है। एसपी सिंगला कंपनी को इसके निर्माण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सम्राट चौधरी ने बताया कि इस पुल का एक हिस्सा पहले ही गिर चुका था, जिससे राज्य सरकार के कामकाज पर सवाल उठा था। उन्होंने आरोप लगाया कि इस पुल के निर्माण कार्य में भ्रष्टाचार की वजह से अटकावट हुई है और इसके कारण घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग हुआ है और लूटपाट की गई है, जिसके कारण दूसरी बार भी पुल का बड़ा हिस्सा ध्वस्त हो गया है। उन्होंने सरकार से इस मामले की तत्परता से जांच करवाने और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की मांग की।