सीएम अशोक गहलोत ने राजस्थान में एक महत्वपूर्ण घोषणा की है, जिसमें वे प्रदेशवासियों के लिए बड़ी राहत प्रदान करने का ऐलान किया है। इस ऐलान के तहत, सीएम ने बिजली बिलों को लेकर जनता को सहायता देने का निर्णय लिया है।
राजस्थान समाचार: यहां राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनावों के संदर्भ में सभी दलों का प्रयास है कि वे सत्ता में आए। इसी समय में, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने एक महत्वपूर्ण ऐलान किया है। सीएम गहलोत ने राजस्थान की जनता को आराम पहुंचाने के लिए बिजली बिलों में राहत दी है। उन्होंने घोषणा की है कि पहले 100 यूनिट तक की बिजली मुफ्त मिलेगी। इस फैसले को चुनावी माहौल को देखते हुए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
सीएम गहलोत ने बताया कि महंगाई राहत शिविरों और जनता से संपर्क करने के बाद उन्हें फीडबैक मिला है कि बिजली बिलों की स्लैबवार छूट में थोड़ा सुधार किया जाए। मई महीने में बिजली बिलों में लागू होने वाले फ्यूल सरचार्ज के संबंध में भी जनता से फीडबैक मिला है, जिसके आधार पर यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है।
पहले 100 यूनिट तक बिजली फ्री
सीएम गहलोत द्वारा किए गए एलान के अनुसार, राजस्थान में प्रतिमाह 100 यूनिट तक बिजली उपभोग करने वाले लोगों के लिए बिजली बिल शून्य होगा। इसका मतलब है कि इस परिवार को पहले 100 यूनिट के लिए कोई भी बिजली शुल्क नहीं देना होगा। यह राहत उन परिवारों के लिए भी होगी जो 100 यूनिट से अधिक उपभोग करते हैं। उन्हें भी पहले 100 यूनिट की बिजली मुफ्त में मिलेगी, चाहे उनका बिल कितना भी आए। यह कदम राजस्थान की जनता को आराम और आर्थिक राहत पहुंचाने का हिस्सा है।
अन्य शुल्क माफ करेगी सरकार
सीएम अशोक गहलोत ने आपत्तिजनक वर्ग के साथी राजस्थानी लोगों को आर्थिक राहत पहुंचाने के लिए एक बड़ा एलान किया है। इसके अनुसार, मध्यम वर्ग के लोगों को पहले 100 यूनिट से लेकर 200 यूनिट तक बिजली उपभोग करने पर उन्हें पहले 100 यूनिट की बिजली मुफ्त में मिलेगी, और इसके साथ ही स्थायी शुल्क, फ्यूल सरचार्ज और अन्य शुल्कों का माफी होगा। इन शुल्कों का भुगतान राज्य सरकार करेगी।
यह नई घोषणा राजस्थानी जनता के लिए आर्थिक राहत का एक महत्वपूर्ण कदम है, और यह मध्यम वर्ग के लोगों को संबंधित शुल्कों से मुक्ति देगा। यह उनके वातावरण में आराम और आर्थिक सुरक्षा लाएगा। लोगों ने सीएम गहलोत के ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रियाएं दी हैं, जो इस पहल को स्वागत करती हैं।