सीरिया में संघर्ष 2011 में राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के साथ शुरू हुआ था और बाद में इसे एक युद्ध में बदल दिया गया। इस युद्ध के दौरान हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग विस्थापित हो गए।
सीरियाई सैन्य अकादमी पर ड्रोन हमला: सीरिया की सैन्य अकादमी पर हुए हमले में कम से कम 100 लोगों की मौत हो गई. यह हमला सीरियाई सैन्य ठिकानों पर हुए सबसे खौफनाक और बर्बर हमलों में से एक था।
समाचार एजेंसी रायटर्स ने एक अधिकारी के हवाले से बताया कि सीरिया के रक्षा मंत्री सैन्य अकादमी में एक स्नातक समारोह में उपस्थित थे। उनके पहुंचने के कुछ ही मिनटों बाद हथियारों से लैस ड्रोन से घटनास्थल पर बमबारी की गई। सीरिया के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि होम्स प्रांत में सैन्य अकादमी पर हुए हमले में नागरिक और सैन्यकर्मी मारे गए हैं।
किसी संगठन ने नहीं ली हमले की जिम्मेदारी
रक्षा मंत्रालय के बयान में किसी संगठन का जिक्र नहीं किया गया और अब तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, सीरिया के रक्षा और विदेश मंत्रालय इस हमले के खिलाफ पूरी ताकत से जवाब देने का फैसला किया है। सीरियाई सैन्य बलों ने कब्जे वाले इदलिब इलाके में गुरुवार दिन भर भारी बमबारी की है। अकादमी में सजावट करने वाले एक व्यक्ति ने रायटर्स को बताया, ‘समारोह के बाद लोग अहाते (परिसर के खुले इलाके में) में गए और विस्फोटकों से हमला हुआ। हमें नहीं पता कि यह कहां से आया था। लाशें जमीन पर बिखरी पड़ी थीं।’
लाशों का अंबार
रायटर्स द्वारा साझा किए गए एक वीडियो के मुताबिक, एक बड़ी जगह पर लोग खून से लथपथ पड़े हैं। धमाके की वजह से कुछ शव सुलग रहे थे और बाकी शवों की आग की लपटों की जद में थे। हादसे की चीख-पुकार के बीच किसी को चिल्लाते हुए सुना जा सकता है, “उसे बाहर रखो! और बैकग्राउंड में गोलियों की बौछार सुनी जा सकती थी.
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स ने कहा कि हमले में 100 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और 125 घायल हुए हैं। सीरिया का संघर्ष 2011 में राष्ट्रपति बशर अल असद के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों के साथ शुरू हुआ था, लेकिन बाद में यह युद्ध में बदल गया। युद्ध की वजह से हजारों लोग मारे गए और लाखों लोग विस्थापित हुए।