अयोध्या में लक्ष्मण घाट से लेकर गुप्तार घाट तक 10.2 किमी क्षेत्र में 470 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाई जा रही हैं, जो एक रिकॉर्ड बनाएगा।
अयोध्या राम मंदिर: उत्तर प्रदेश नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विकास अभिकरण (यूपीनेडा) जल्द ही ‘दुनिया की सबसे बड़ी सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लाइन’ परियोजना को पूरा करके वैश्विक कीर्तिमान स्थापित करने की दिशा में तेजी से प्रयास कर रहा है. इस परियोजना के तहत 10.15 किमी की दूरी में 470 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स लगाकर यूपीनेडा अयोध्या की गौरवगाथा में एक नया अध्याय जोड़ने जा रही है. इसका अब तक करीब 70 प्रतिशत कार्यों को पूर्ण कर लिया गया है और 22 जनवरी से पहले ही निर्धारित लक्ष्य को प्राप्त करके वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम कर लिया जाएगा.
यूपीनेडा के अधिकारी ने बताया कि 22 जनवरी के पहले ही अयोध्या में लक्ष्मण घाट से लेकर गुप्तार घाट होते हुए निर्मली कुंड तक 10.2 किमी के स्ट्रेच में 470 सोलर स्ट्रीट लाइट्स लगाकर वर्ल्ड रिकॉर्ड दर्ज किया जाएगा. 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण कर लिया गया है और शेष 30 प्रतिशत कार्य भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा. परियोजना के अंतर्गत लक्ष्मण घाट से गुप्तार घाट तक 310 सोलर लाइट्स को इम्पैनल्ड करके रोलआउट कर दिया गया है जबकि गुप्तारघाट से लेकर निर्मली कुंड तक 1.85 किमी के स्ट्रेच में 160 सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइटों को लगाने का कार्य जारी है.
रामनगरी में टूटेगा सऊदी अरब का रिकॉर्ड
योगी सरकार द्वारा सौर ऊर्जा चालित परियोजना के जरिए जिस विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने की प्रक्रिया के तहत कार्य जारी है वह फिलहाल सऊदी अरब के मलहम के नाम दर्ज है. यहां वर्ष 2021 में ‘लॉन्गेस्ट लाइन ऑफ द सोलर पावर्ड स्ट्रीट लाइट्स’ के तौर पर गिनीज बुक में रिकॉर्ड कायम किया गया था. मलहम में 9.7 किमी स्ट्रेच में 468 सोलर पावर्ड लाइटें लगाकर वैश्विक कीर्तिमान स्थापित किया गया था, जबकि अब अयोध्या में 10.2 किमी स्ट्रेच में 470 सोलर पावर्ड लाइटें लगाकर इस रिकॉर्ड को ध्वस्त किया जाएगा.
22 जनवरी को जब प्रभु रामलला का श्रीविग्रह भव्य रामजन्मभूमि मंदिर में सुशोभित होगा, ऐसे में एक बार फिर सूर्यवंश की गौरवगाथा को नया प्रतिमान देते हुए सोलर पावर्ड स्ट्रीट्स लाइट्स की सबसे लंबी श्रृंखला को अयोध्या में संचालित करके इस उपलब्धि को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अंकित किया जाएगा। इस विषय में स्थानीय प्रशासन व यूपीनेडा के अधिकारियों व गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के पदाधिकारियों के बीच भी संवाद की प्रक्रिया निरंतर जारी है।