हरियाणा चुनाव के नतीजों को अप्रत्याशित बताने और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस नेताओं को चुनाव आयोग ने जवाब दिया है।
कांग्रेस के आरोप पर चुनाव आयोग: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजों पर चुनाव आयोग पर आरोप लगाने वाली कांग्रेस को चुनाव आयोग ने बुधवार, 9 अक्टूबर, को मुलाकात का समय दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखी चिट्ठी में आयोग ने उनके बयानों पर आपत्ति जताते हुए कहा कि कांग्रेस नेताओं की टिप्पणियों से जनता की इच्छा का “अलोकतांत्रिक तरीके से खारिज” किया जाना प्रतीत होता है।
आयोग ने खरगे को लिखे पत्र में कहा कि उन्होंने और विपक्ष के नेताओं ने हरियाणा के चुनाव परिणामों को अप्रत्याशित बताया है। कांग्रेस ने चुनाव परिणामों का विश्लेषण कर अपनी शिकायतों के साथ चुनाव आयोग से मिलने की पेशकश की है, जिसे आयोग ने स्वीकार किया। आयोग ने यह भी उल्लेख किया कि कांग्रेस नेताओं जयराम रमेश और पवन खेड़ा की टिप्पणियां वैधानिक चुनावी ढांचे के तहत जनता की इच्छा को अनदेखा करने जैसी लगती हैं।
चुनाव आयोग ने इस चिट्ठी में क्या कहा?
चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखी चिट्ठी में कहा है कि पार्टी के नेताओं द्वारा हरियाणा के चुनावी नतीजों को “अस्वीकार्य” बताना देश की समृद्ध लोकतांत्रिक विरासत के विपरीत है और यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के तहत आने वाला उचित बयान नहीं है। आयोग ने यह भी कहा कि पार्टी अध्यक्ष के बयान को चुनावी नतीजों पर कांग्रेस की औपचारिक स्थिति मानते हुए, आयोग ने आज शाम 6 बजे कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल से मिलने का समय दिया है।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस नेताओं के बयानों की आलोचना करते हुए कहा कि इन टिप्पणियों से ऐसा प्रतीत होता है जैसे वैधानिक और नियामक चुनावी ढांचे के तहत व्यक्त की गई “लोगों की इच्छा को अलोकतांत्रिक तरीके से खारिज” किया जा रहा है। आयोग ने कांग्रेस के 12 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के लिए मुलाकात का अनुरोध स्वीकार कर लिया है, जिसमें वे लोग भी शामिल हैं जिन्होंने चुनाव नतीजों पर सवाल उठाए थे।