हिंडनबर्ग रिसर्च के आरोपों को लेकर कांग्रेस आज देशभर में करीब 20 स्थानों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगी, जहां वह मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच की मांग उठाएगी।
हिंडनबर्ग-अडानी विवाद: हिंडनबर्ग रिसर्च के अडानी ग्रुप पर लगाए गए आरोपों के खिलाफ कांग्रेस आज (21 अगस्त) बुधवार को देशभर में लगभग 20 स्थानों पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगी। इन प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से मामले की जांच की मांग उठाएगी। कांग्रेस महासचिव और संचार प्रभारी जयराम रमेश ने भाजपा पर हमला करते हुए इसे “मोदानी महा घोटाला” करार दिया और जोर देकर कहा कि इसकी जांच आवश्यक है।
जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि कांग्रेस पूरे देश में 20 प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करेगी, जिनमें इस महा घोटाले की जांच की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि इस घोटाले का असर देश की अर्थव्यवस्था और छोटे निवेशकों पर पड़ेगा, जिनके लिए पूंजी बाजार में पारदर्शिता और ईमानदारी बहुत महत्वपूर्ण है।
सुप्रीम कोर्ट ने आरोपों वाली याचिका की थी खारिज
पिछले साल जनवरी में प्रकाशित एक रिपोर्ट में अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर टैक्स के दुरुपयोग का आरोप लगाया था और कर्ज के उच्च स्तर को लेकर भी चिंता व्यक्त की थी। इस रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप के घरेलू सूचीबद्ध शेयरों में 86 बिलियन डॉलर का उछाल देखा गया था।
नई रिपोर्ट के अनुसार
सुप्रीम कोर्ट ने इस साल जनवरी में अडानी ग्रुप के खिलाफ सीबीआई जांच की याचिका को खारिज कर दिया था, यह कहते हुए कि सेबी ही बाजार और स्टॉक मूल्य में हेरफेर के मामलों की जांच का अधिकार रखता है। इस साल अगस्त में हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक नई रिपोर्ट में आरोप लगाया कि सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और धवल बुच के पास अडानी ग्रुप के कथित वित्तीय कदाचार से जुड़े अपतटीय संस्थाओं में हिस्सेदारी है।