ओडिशा में संदिग्ध हीटस्ट्रोक से मरने वालों की संख्या में लगातार वृद्धि रही है। यहां 99 कथित सन स्ट्रोक से मौत के मामले दर्ज किए गए हैं।
ओडिशा में लू से मौतें: देश भर में गर्मी के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, और हीटस्ट्रोक का सबसे ज्यादा असर ओडिशा में देखने को मिल रहा है।
ओडिशा में पिछले 72 घंटों के दौरान, कलेक्टरों द्वारा 99 कथित सन स्ट्रोक से मौत के मामले दर्ज किए गए हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में उत्तर-पश्चिम, मध्य और पूर्वी भारत में लोगों को हीटवेव से राहत मिलेगी।
विशेष राहत आयुक्त ने हीटस्ट्रोक की वजह से ओडिशा में होने वाली मौतों पर बयान जारी किया है। उन्होंने कहा, “पिछले 72 घंटों के दौरान, कलेक्टरों द्वारा 99 कथित सन स्ट्रोक से मौत के मामले दर्ज किए गए हैं। 99 कथित मामलों में से 20 मामलों की पुष्टि कलेक्टरों द्वारा की गई है। इस बार गर्मियों में 141 कथित सन स्ट्रोक से मौत के मामले दर्ज किए गए हैं, जिसमें 26 लोगों की मौत सन स्ट्रोक के कारण हुई है।”
सुंदरगढ़ है सबसे ज्यादा प्रभावित
ओडिशा के पश्चिमी भाग में संदिग्ध हीटवेव से होने वाली मौतों के मामले सबसे अधिक दर्ज किए गए हैं। इस क्षेत्र में पिछले तीन दिनों में 35 संदिग्ध हीटस्ट्रोक से मौतें हुई हैं। इस विषय में सुंदरगढ़ के जिला मजिस्ट्रेट आशुतोष कुलकर्णी ने जानकारी दी, जिसके अनुसार जांच के बाद साबित हुआ कि 6 मौतें हीट स्ट्रोक की वजह से हुई हैं।
इसके अलावा, शनिवार (1 जून) को बिहार के औरंगाबाद के दाउदनगर में एक ईवीएम ले जा रही बस में कांस्टेबल राम भजन सिंह को हीटस्ट्रोक की वजह से बेहोशी हो गई थी। उसे तुरंत पटना के एम्स ले जाया गया, जहां उसकी मौत रविवार (2 जून) को हो गई। मौसम विभाग के अनुसार, 5 जून के बाद ही लोगों को हीट वेव से थोड़ी राहत मिल सकती है। इसके अलावा, केरल में मानसून ने भी प्रारंभ हो गया है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है।