उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 12 नवंबर को हुए सुरंग धंसने की घटना में 41 श्रमिक फंस गए थे, जिनमें से 8 लोग यूपी के थे। सभी को बीते मंगलवार को सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया था।
उत्तरकाशी सुरंग दुर्घटना: उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन, जो शुक्रवार था, सदन ने श्रमिकों को निर्माणाधीन सिल्क्यारा सुरंग से उत्तर प्रदेश में सकुशल वापसी के लिए एक प्रस्ताव स्वीकृत किया। इस प्रस्ताव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, बचाव दल के सदस्यों और इस अभियान से जुड़े सभी लोगों को बधाई और आभार जताया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में उत्तराखंड के श्रमिकों की सकुशल वापसी के लिए बधाई एवं धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया था।
विधानसभा अध्यक्ष महाना ने मुख्यमंत्री द्वारा पेश किए गए प्रस्ताव का स्वागत करते हुए बताया कि उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाव अभियान द्वारा सफलता मिली है और उन्हें सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया है।
पीएम मोदी और सीएम धामी का किया धन्यवाद
उन्होंने कहा, “हम श्रमवीरों के सुरक्षित बाहर आने पर उनके स्वास्थ्य एवं सुरक्षित भविष्य की कामना करते हैं।” महाना ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल प्रबंधन से उत्तरकाशी सुरंग से 41 श्रमिकों की सफल वापसी को लेकर बचाव अभियान दल सदस्यों के प्रति यह सदन सर्वसम्मति से आभार व्यक्त करता है, उन सभी को बधाई देता है और उन सभी को धन्यवाद देता है। उन्होंने कहा कि अभियान में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जिनकी भागीदारी रही, सभी को सदन की ओर से बधाई।
सुरंग में 17 दिनों तक फंसे रहे थे श्रमिक
सदन में पक्ष-विपक्ष के सभी सदस्यों की सर्वसम्मति से यह प्रस्ताव स्वीकृत हुआ, जिसकी घोषणा महाना ने की। उत्तरकाशी में हुई सुरंग दुर्घटना में फंसे 41 श्रमिकों में से आठ उत्तर प्रदेश के थे। पूरे 16 दिनों तक सुरंग में फंसे रहने के बाद, इन सभी 41 श्रमिकों को 17वें दिन बचाव अभियान के तहत सुरक्षित रूप से बाहर निकाला गया। उत्तर प्रदेश से आए आठ श्रमिकों में श्रावस्ती से छह, लखीमपुर खीरी से एक, और मिर्जापुर से एक थे। उनके नाम अंकित, राम मिलन, सत्यदेव, संतोष, जयप्रकाश, राम सुंदर, मंजीत, और अखिलेश कुमार थे।