किसान सम्मान निधि के तहत, सरकार हर वर्ष तीन किस्तों में 6,000 रुपए प्रदान करती है, लेकिन वर्तमान में कुछ किसानों के खातों में यह राशि प्राप्त नहीं हो रही है, और उन्हें इस स्थिति को सुधारने के लिए ई-केवाईसी (E-KYC) अपडेट करवाना होगा।
पीएम किसान योजना 16वीं किस्त: किसानों को अब प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि की 16वीं किस्त का बेसब्री से इंतजार है, जिसमें प्रत्येक किसान को दो हजार रुपए प्राप्त होते हैं। हालांकि, कुछ किसानों को इस योजना के अंतर्गत पैसा मिलना बंद हो गया है। केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि अपातकालीन खातों में हाल ही में कोई किस्त नहीं जमा की जाएगी। इस परिस्थिति में, किसानों को केवल ई-केवाईसी और भूलेख अपडेशन को अपडेट करवाना होगा।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में अब तक कई किसानों ने अपना ई-केवाईसी और भूलेख अपडेशन अपडेट नहीं किया है, जिसके कारण लगभग 60 हजार किसानों के खातों में पैसा नहीं जा रहा है। नियमों के अनुसार, किसानों को किस्त की धनराशि मिलने के लिए सभी आवश्यक निर्देशों का पालन करना होगा, और कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी दर्शाया गया है कि सहकारिता और ग्रामीण बैंक खाताधारकों को अभी तक एनपीसीआई की मंजूरी नहीं मिली है।
आधार से NPCI लिंक करा लें
स्थानीय किसानों ने बताया है कि जबतक एनपीसीआई का मंजूरी प्राप्त नहीं होता, तब तक किस्त का भुगतान उनके खाते में नहीं हो पा रहा है। उनका कहना है कि केंद्र सरकार का प्रयास है कि हर हाल में पात्र किसान के खाते में सीधे सरकारी सहायता पहुंचे, इसके लिए आधार कार्ड को नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) से लिंक करना अनिवार्य कर दिया गया है। कृषि विभाग के अधिकारियों के अनुसार, किसानों को जल्दी से जल्दी आधार से NPCI को लिंक करवा लेना चाहिए ताकि वे राशि प्राप्त कर सकें।
संसद के शीतकालीन सत्र में, किसान सम्मान निधि की राशि में वृद्धि के संबंध में एक सवाल उठाया गया है। इस पर, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने बताया कि अभी तक किसी भी प्रस्ताव पर यह निर्णय नहीं लिया गया है कि पीएम किसान सम्मान निधि की राशि बढ़ाई जाए। इस योजना के तहत, हर किसान को सालाना 6,000 रुपए की तीन किस्तें प्राप्त होती हैं, और इसकी शुरुआत दिसंबर 2018 में हुई थी।