बरेली में पिछले तीस सालों से अवैध तरीके से रह रही एक बांग्लादेशी महिला को हिरासत में लिया गया है। इस मामले के सामने आने के बाद, पुलिस अधिकारी भी इस मुद्दे पर गंभीर हो गए हैं।
बरेली समाचार: उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में पुलिस ने पिछले 30 सालों से भारत में अवैध तरीके से रह रही एक बांग्लादेशी हिन्दू महिला को गिरफ्तार किया है। यह महिला सालों पहले अवैध तरीके से भारत में पहुंची थी और उसके बाद यहां शादी करके गुप्त रूप से रह रही थी। पिछले दिनों, जब उसने पासपोर्ट के लिए आवेदन किया, तो उसकी पहचान सामने आई। इसके पश्चात, पुलिस ने उसके खिलाफ भारत में अवैध रूप से रहने का मुकदमा दर्ज किया है।
इस महिला का नाम अनिता दास है और वह बांग्लादेश के जेस्सोर जनपद के सारसा पोस्ट जोधोपुर की निवासी हैं। अनिता ने देवरिया के उदयपुर गाँव के रहने वाले मंगल सेन से शादी की थी, जिसके बाद वह यहां उसकी पत्नी की भूमिका में रहने लगी थी। उसकी आयु 55 साल है। इतने सालों तक वह यहां गुप्त रूप से रही, लेकिन पुलिस को इसकी जानकारी तक नहीं पहुंची थी।
ऐसे खुली महिला का पोल
खबर के अनुसार, अनिता ने अपने माता-पिता के स्वास्थ्य स्थिति बिगड़ने के कारण उन्हें देखने का इरादा किया था। इसलिए, उसने बांग्लादेश जाने के लिए पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था। आवेदन में उसने अपने स्थानीय पते के साथ बांग्लादेश का पता भी दिया था। पासपोर्ट में जन्म स्थान के कॉलम में वह ने बांग्लादेश लिखा, जिससे उसका असली राज खुल गया।
महिला को हिरासत में लेकर पूछताछ
पासपोर्ट आवेदन की जाँच के दौरान यह पता चला कि अनिता बांग्लादेशी है, जिसके बाद पुलिस प्रशासन में हड़कंप मचा। खबरों के अनुसार, खुफियां एजेंसी ने तत्काल एक्शन में यह जाँच करते हुए महिला को घर जाकर हिरासत में ले लिया है और उसके साथ पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने उसके खिलाफ भारत में अवैध रूप से रहने का मुकदमा दर्ज किया है।
गांव के लोगों के अनुसार, उन्हें भी इस बात का ज्ञान नहीं था कि अनिता बांग्लादेशी है। वह तीस सालों से इसी गांव में रह रही थी और उसके पांच बच्चे भी हैं। गांववालों के अनुसार, उनका मानना था कि वह पश्चिम बंगाल की रहने वाली है।