कुछ छात्र संगठनों ने पुलिस पर प्रदर्शन करते हुए दावा किया है कि हिरासत में लिए गए छात्रों को किसी अज्ञात स्थान पर ले जाने का आरोप किया जा रहा है।
दिल्ली समाचार: दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी में मानवाधिकार दिवस की सभी संस्थाओं के छात्रों ने जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन किया था, लेकिन इस प्रदर्शन में शामिल छात्रों को दिल्ली पुलिस ने रोक लिया। इसके परिणामस्वरूप, छात्रों और पुलिस के बीच हुई बहस में झड़प हुई, और इस घटना में दो पुलिसकर्मियों को चोटें आईं। इसके बाद, पुलिस ने कई छात्रों को हिरासत में लिया।
दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी के अनुसार, झड़प के दौरान दो पुलिसकर्मियों को चोटें आईं हैं। कुछ छात्र संगठनों ने दावा किया कि पुलिस ने छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किया और हिरासत में लिए गए छात्रों को अज्ञात स्थान पर ले जाने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है कि पुलिस ने हिरासत में लिए गए छात्रा को उत्पीड़ित किया है, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इस आरोप का खंडन किया है।
प्रोटेस्टर्स का दावा- एक छात्र लापता
इस घटना के संदर्भ में दावा किया गया है कि जंतर-मंतर की ओर जा रहे छात्रों में से एक छात्र लापता है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि प्रदर्शनकारियों का एक समूह विजय चौक पर पहुंचा था। धारा 144 के उल्लंघन के कारण पुलिस ने छात्रों को तितर-बितर होने के लिए कहा था, लेकिन छात्रों ने इस बात पर आक्रमण किया, जिसके चलते उन्हें हिरासत में लिया गया।
पुलिस ने छात्रों के आरोप को बताया निराधार
पुलिस अधिकारी ने आगे कहा कि इस घटना के दौरान दो पुलिसकर्मियों को सिर में चोट लगी और कानून के अनुसार कार्रवाई की जा रही है। लापता व्यक्ति के संबंध में लगाए गए आरोपों का खंडन किया गया है, क्योंकि संबंधित व्यक्ति भी हिरासत में लिया गया है। दिल्ली पुलिस ने बताया है कि इस मामले में लोकल थाना पुलिस नियमानुसार कार्रवाई कर रही है। प्रदर्शन में शामिल कई संस्थाओं के छात्रों ने मानवाधिकारों के उल्लंघन के खिलाफ जंतर-मंतर की ओर जाने की कोशिश की थी, लेकिन दिल्ली पुलिस ने उन्हें रोक दिया।