बीएसपी सांसद मलूक नागर ने संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान किए गए एक बयान को वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा बीएसपी पर लगाए जा रहे आरोपों का जवाब दिया है।
यूपी समाचार: बीते कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश में मायावती की चर्चा बढ़ रही है, जिसकी एक वजह उनका एक महत्वपूर्ण फैसला है। हाल ही में, मायावती ने अपने उत्तराधिकारी का ऐलान किया है और उन्होंने इस जिम्मेदारी को अपने भतीजे आकाश आनंद को सौंपा है। इसके बाद, बुधवार को संसद में मायावती की तारीफ के लिए कसीदे पढ़े गए हैं। इस तारीफ को बीएसपी सांसद ने किया है।
वर्तमान में संसद में शीतकालीन सत्र चल रहा है, जो 24 दिसंबर तक चलेगा। इस सत्र के दौरान, बीएसपी सांसद मलूक नागर ने एक बार फिर पार्टी सुप्रीमो मायावती की सराहना की और उनकी भक्ति में कसीदे पढ़े। मलूक नागर ने कहा, “जम्मू कश्मीर के लोग हमारे नेशनल कांफ्रेंस के तीन पीढ़ियों से रिश्तेदारी बना ली हैं। क्या कभी किसी प्लेटफ़ॉर्म पर आकर या देश की संसद में आकर गुर्जर या मुस्लिमों के बारे में कोई मांग रखी है?”
विपक्षी दलों के आरोपों पर दिया जवाब
बीएसपी सांसद ने कहा, ‘अगर ऐसा नहीं है तो यह बताएं कि उन्होंने विरोध क्यों नहीं किया। आज यदि देश के प्रधानमंत्री कहीं जाते हैं, तो देश के गृहमंत्री संसद में खड़े होकर बोलते हैं। जब वे गुजर बक्कर के बारे में बात करते हैं, तो यह किसी समस्या का कारण बन जाता है। हम इनके बजाय यह सोचते हैं कि गई बीजेपी से मिल गई हैं, बीजेपी से डर रहे हैं और ईडी ने उन्हें बुलाया है। अब तक, ईडी नहीं आई है, पता नहीं कब आएगी, हमारे समय में दिक्कत होती है। मायावती किसी से नहीं डरती।’
सांसद मलूक नागर ने जारी किया, ‘मायावती हमेशा पिछड़ों और दलितों के हित में काम करती रही हैं। उन्हें पूरा देश पहचानता है और लोग उन्हें सर्वप्रथम देखते हैं। जब पिछड़ों और दलितों की बात आती है, तो हमेशा मायावती आगे बढ़कर खड़ी रहती हैं। उन्होंने बहुत कुछ किया है, ग़लत भी नहीं किया है, फिर भी लोग उन्हें बदनाम कर रहे हैं और ईडी के माध्यम से यह खबरें फैला रहे हैं।’