दक्षिण अफ्रीका-ए के खिलाफ अनौपचारिक टेस्ट के दूसरे दिन, सौरभ कुमार ने तीन विकेट लेकर चौंकाने वाली प्रदर्शन की। उन्होंने प्रति बार अफ्रीकी खिलाड़ियों के बड़े संघ को तोड़ने में सफलता प्राप्त की।
सौरभ कुमार IND-A बनाम SA-A में: भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के साथ तीन मैचों की टी20 सीरीज में प्रतिस्पर्धा कर रही है, जबकि इंडिया-ए भी दक्षिण अफ्रीका-ए के खिलाफ खेत में है। इंडिया-ए वर्तमान में दक्षिण अफ्रीका में दौरा कर रहा है और यहां दो अनौपचारिक टेस्ट मैच खेलने का आयोजन है। पहला मैच सेनवेस पार्क में खेला जा रहा है। मैच के पहले दिन, बारिश के कारण कोई गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी, लेकिन दूसरे दिन 92 ओवरों का खेल हुआ। इस मैच में, भारतीय गेंदबाज सौरभ कुमार ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है।
इस मुकाबले में इंडिया-ए के कप्तान श्रीकार भरत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। यहां दक्षिण अफ्रीका-ए के बल्लेबाजों ने जल्दी ही पहला विकेट गंवाया, लेकिन बाद में सजीव बल्लेबाजी ने स्थिरता बनाई। हालांकि, जब अफ्रीकी बल्लेबाज अधिक साझेदारी बनाने लगे, तो सौरभ कुमार ने उन्हें बाधित करते रहे। मैच के दूसरे दिन, सौरभ ने 26 ओवरों में गेंदबाजी की और 83 रन देकर तीन विकेट लिए। पहले उन्होंने यासिन वाली (16) को पवित्री पविलियन में भेजा, फिर रूबिन हरमन (95) और कोनॉर एस्टरहुईजेन (48) को भी हराया। इस मैच में भारतीय टीम के लिए सौरभ कुमार ने अपनी योगदानी को बढ़ावा दिया।
लाल गेंद से रिकॉर्ड दमदार
सौरभ कुमार एक बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज हैं और इस 30 वर्षीय खिलाड़ी का बल्ला भी बहुत चर्चा में है। सौरभ, सफेद गेंद की तुलना में लाल गेंद से खेलने में अधिक सफल रहे हैं। उन्होंने अब तक 63 फर्स्ट-क्लास मैचों में भाग लिया है और इस समय में उन्होंने 274 विकेटें लेकर अपनी योगदानी को चमकाई हैं। उनकी बॉलिंग एवरेज 24.16 है, जिससे उनका प्रदर्शन काफी प्रशंसापूर्ण है। उन्होंने 8 मैचों में 10-10 विकेट भी हासिल किए हैं, जो उनके क्रिकेट करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धि हैं।
हो सकते हैं जडेजा का विकल्प
सौरभ ने इन 63 फर्स्ट-क्लास मैचों में 26.94 की औसत से 1940 रन बनाए हैं। उनके खाते में दो शतक और 11 अर्धशतक शामिल हैं। सौरभ कुमार उत्तर प्रदेश की ओर से घरेलू टूर्नामेंट्स में खेलते हैं और उनका क्रिकेट करियर 9 साल से चल रहा है। हालांकि, टीम इंडिया के टेस्ट क्रिकेट में अब तक उन्हें कोई कैप नहीं मिला है। यदि वह इसी तरह उच्च स्तर पर प्रदर्शन करते रहते हैं, तो वे टीम इंडिया के बाएं हाथ के स्पिन ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा के विकल्प के रूप में मदद कर सकते हैं।