बुधवार को लोकसभा की कार्यवाही के दौरान अचानक सदन में दर्शक दीर्घा से दो युवक कूद पड़े। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस घटना की जांच की मांग की है।
दिल्ली समाचार: भारत के लोकतंत्र के सर्वोच्च मंदिर, संसद भवन, पर 13 दिसंबर 2001 को हुए आतंकी हमले की आज 22वीं बरसी है। इस मौके पर बुधवार को संसद की सुरक्षा में एक बड़ी चूक का मामला सामने आया। लोकसभा की कार्यवाही के दौरान अचानक उस समय अफरा-तफरी का माहौल बन गया, जब दर्शक दीर्घा से दो युवक सदन में कूद पड़े। इस पर आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रतिक्रिया दी है। केजरीवाल ने इस मामले की जांच की मांग की है।
केजरीवाल ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, “2001 के हमले की बरसी पर संसद में आज का उल्लंघन हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों का अपमान है. हमारे लोकतंत्र के मंदिर की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता। हमलावर कौन थे, वे कैसे घुसे, उनका मकसद क्या था, इसका खुलासा करने के लिए तत्काल जांच जरूरी है। कार्रवाई त्वरित और सख्त होनी चाहिए.”
संसद में पीला सा धुंआ भी नजर आया
गौरतलब है कि लोकसभा की कार्यवाही के दौरान अचानक सदन में कूदते ही दोनों युवकों ने आगे की तरफ बढ़ना शुरू कर दिया। उस समय सदन में मौजूद सांसदों ने दोनों को पकड़ने का प्रयास किया तो उसने जूते से कुछ निकालने का प्रयास किया। कई सांसदों ने यह भी बताया कि उस समय सदन के अंदर पीला सा धुंआ भी नजर आया। सांसदों ने दोनों को पकड़ कर सुरक्षाकर्मियों के हवाले किया। इस बीच सदन की कार्यवाही का संचालन कर रहे पीठासीन सभापति राजेन्द्र अग्रवाल ने लोकसभा की कार्यवाही को तुरंत रोककर सदन को दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।
लोकसभा स्पीकर ने पूरे मामले पर क्या कहा?
इसके बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सदन की सुरक्षा में हुई चूक के मामले में जानकारी देते हुए बताया है कि दोनों लोगों को पकड़ लिया गया है और उनके पास मौजूद सामग्रियों को भी जब्त कर लिया गया है। लोकसभा स्पीकर ने बताया कि जो घटना शून्य काल के समय घटित हुई थी, उस घटना की लोकसभा अपने स्तर पर संपूर्ण जांच कर रही है और इस संबंध में दिल्ली पुलिस को भी आवश्यक निर्देश दे दिए गए हैं। लेकिन, जो हम सबकी चिंता थी कि वह धुआं क्या था? तो, अभी तक प्रारंभिक जांच में वह सामने आया है कि वह धुआं साधारण और सनसनी फैलाने वाला धुआं था, इसलिए यह धुआं चिंता का विषय नहीं है, इसकी प्रारंभिक जांच कर ली गई है।