रेल कॉरिडोर के साहिबाबाद और दुहाई डिपो स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट का आज शुक्रवार को उद्घाटन किया गया है। इस प्लांट से प्रति वर्ष लगभग 10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न की जाएगी।
दिल्ली समाचार: एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक श्विनय कुमार सिंह ने वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में आरआरटीएस स्टेशन पर स्थापित अत्याधुनिक सोलर पावर प्लांट्स का शुभारंभ आज किया गया है। इस उद्घाटन के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक और सशक्त कदम उठाया है।
प्रति वर्ष लगभग 10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा प्लांट
साहिबाबाद स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट की कुल क्षमता 729 किलोवाट है और इसमें 1620 उच्च दक्षता वाले सौर पैनल शामिल हैं। यह प्लांट स्टेशन के ऑक्जिलरी लोड के लिए लगभग 7.3 लाख प्रति वर्ष की वार्षिक खपत के मुकाबले प्रति वर्ष लगभग 10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा। इस उद्घाटन के साथ, साहिबाबाद स्टेशन ग्रीन स्टेशन बन गया है और कार्बन नेगेटिव होने की उपलब्धि प्राप्त की है।
दूसरी ओर, दुहाई डिपो स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 108 किलोवाट है, और इसमें 320 सौर पैनल शामिल हैं। दुहाई स्थित आरआरटीएस डिपो में पहले से ही एक 585kWp की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी के साथ सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया था, जिससे यह डिपो एक ग्रीन डिपो बन गया है।
1600 टन कम कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन की उम्मीद
एनसीआरटीसी ने सहाबाबाद और दुहाई डिपो स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट्स के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी की दिशा में महत्वपूर्ण प्रगति की है। इन सोलर पावर प्लांट्स से प्रति वर्ष कुल लगभग 1600 टन कार्बन डाइऑक्साइड (CO2) उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है। इस पहल के तहत, एनसीआरटीसी ने अपनी प्रतिबद्धता को प्रमाणित करते हुए स्टेशनों, डिपो, और अन्य सुविधाओं में लगभग 11 मेगावाट की इन-हाउस सौर ऊर्जा उत्पन्न करने का लक्ष्य रखा है। यह पहल राष्ट्रीय सौर मिशन के उद्देश्यों के साथ मेल खाती है और स्वच्छ, सतत ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने में एनसीआरटीसी की भूमिका को मजबूत करती है।