विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान कौशांबी में, सांसद विनोद सोनकर को ग्रामीणों ने आपत्ति जताई, जिससे उन्हें भागना पड़ा। इस मुद्दे पर सपा ने बीजेपी पर कड़ा आरोप लगाया है।
कौशांबी समाचार: चुनाव के आसपास ही जनप्रतिनिधियों के साथ मतदाताओं के बीच विरोध आम है। उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां भिड़ने की स्थिति में सांसद ने अपने मांगों को लेकर ग्रामीणों के साथ हुआ। ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए सांसद ने सोचा कि उन्हें वहां से चले जाना ही उचित होगा, ताकि जनता का जवाब न देना पड़े। यह पूरा घटनाक्रम उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से संबंधित है।
भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद विनोद सोनकर का यहां विरोध देखने को मिला है। विनोद सोनकर ने यहां आयोजित विकसित भारत संकल्प यात्रा कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आया था। उनके मंच से भाषण करते समय, ग्रामीणों ने बीजेपी सांसद के खिलाफ आपत्ति जताई, जिससे उन्हें भागना पड़ा। विनोद सोनकर ग्रामीणों के सवालों का जवाब देने में असमर्थ दिखे। ग्रामीणों ने सांसद को मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। जिला पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान, और सैकड़ों ग्रामीणों ने सांसद के खिलाफ अपनी आपत्ति जताई। इस घड़ी में, विनोद सोनकर का काफिला रोकने का प्रयास भी किया गया। बीजेपी सांसद का वीडियो वायरल हो रहा है।
सपा ने बोला बीजेपी सरकार पर हमला
यहां एक वायरल वीडियो के संदर्भ में समाजवादी पार्टी (सपा) की ओर से एक्स अकाउंट द्वारा किया गया ट्वीट बताता है कि कौशांबी से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सांसद विनोद सोनकर को महिलाओं ने दौड़ा लिया और उन्हें जमकर बेइज्जती की गई है। इस ट्वीट में सोनकर की चरित्र संरचना पर सवाल उठाया जा रहा है और उन्हें संसद की एथिक्स कमेटी के चेयरमैन के रूप में उचितता प्रदान करने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। ट्वीट में सोनकर पर विभिन्न आरोप लगाए जा रहे हैं, जैसे कि अश्लील और गलत सोच, सत्ता का अहंकार, बुलडोजर और एनकाउंटर का दुरुपयोग करना, और बीजेपी की विवादास्पद राजनीति।