राजभर ने खुद यह बताया कि क्या ओम प्रकाश राजभर को राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए एनडीए के सहयोगी नियुक्ति मिली है, इसका उत्तर उन्होंने स्वयं दिया।
ओम प्रकाश राजभर न्यूज़: राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियाँ तेजी से जारी हैं और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए मेहमानों को न्योता भेजा जा रहा है। सुभासपा नेता और एनडीए के सहयोगी ओम प्रकाश राजभर से राम मंदिर के उद्घाटन के समारोह के बारे में बातचीत के दौरान, राजभर ने खुलकर इस पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि क्या उन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह का न्योता मिला है या नहीं।
जवाब में, सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि न्योता उनके दफ्तर में आ गया होगा और सूचना हमें मिली थी। वहीं, उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा न्योते का इंतजार किए जाने के सवाल पर कहा कि विपक्षी दल के जो नेता निमंत्रण का इंतज़ार कर रहे हैं, उन्हें भी मिल जाएगा और फिर इसमें इंतजार क्या करना, मंदिर में पूजा करने के लिए निमंत्रण की जरुरत नहीं होती, वैसे ही जाना चाहिए।
यूपी-बिहार के लोगों पर कही ये बात
ओम प्रकाश राजभर से पूछे गए सवाल पर, डीएमके नेता दयानिधि मारन के यूपी और बिहार को लेकर किए गए बयान का जवाब देते हुए, उन्होंने कहा कि उन्हें इस बारे में ज्यादा नहीं पता है कि यूपी और बिहार को लोग ही पूरे देश को चलाते हैं। उन्होंने इसके साथ ही कहा कि पूरे देश की जितनी भी फैक्ट्री हैं, वह भी चलाई जाती हैं और यदि ये लोग काम करना बंद कर दें, तो लोग खाने के बिना मरने लगेंगे। उन्होंने यह भी जताया कि बोलना आसान है, लेकिन करना कठिन होता है और यूपी और बिहार को तमिलनाडु से तुलना नहीं की जा सकती।
‘इंडिया’ गठबंधन पर साधा निशाना
इस दौरान, राजभर ने ‘इंडिया’ गठबंधन को लेकर भी आलोचना की और यह कहा कि ये सभी लोग जनता को लूटने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें ईडी और सीबीआई का डर है, इसलिए ये एकजुट हो गए हैं। उनका कहना है कि विपक्ष का एकमात्र लक्ष्य है 2024 में मोदी को पुनः प्रधानमंत्री बनाना। उन्होंने सोशलिस्ट पार्टी के संगठन में मध्य प्रदेश चुनावों में 71 सीटों पर चुनाव लड़ा और कहा कि वहां जनता से कहा जा रहा है कि कांग्रेस को वोट न दें, क्योंकि यह एक चालू पार्टी है और धोखा दे सकती है। उन्होंने सोशलिस्ट पार्टी की रूपरेखा बनाए रखने का समर्थन किया और यह भी कहा कि अगर वे एकजुट नहीं हैं तो वे लड़ाई कैसे लड़ेंगे।