एमसीडी ने कृषि भूमि की अवैध प्लाटिंग और अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। उन्होंने डीडीए के साथ मिलकर स्थानीय पुलिस की सहायता से सिविल लाइंस क्षेत्र के प्लॉटिंग को ध्वस्त कर दिया है।
यूपी समाचार: दिल्ली में सस्ते मकान और प्लॉट की चाह में कई बार लोग बिल्डरों के झांसे में आ जाते हैं और फ्लैट-प्लॉट खरीद कर वहां अपना आशियाना बनाने के सपने बुनने लगते हैं. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि राजधानी दिल्ली जैसे शहर में कैसे कोई सस्ते प्लॉट या फ्लैट बेच रहा है? शायद नहीं। इस खबर में हम आपको बताने जा रहे हैं बिल्डरों के उस अवैध प्लाटिंग या मकान बनाने के खेल के बारे में जिस पर दिल्ली नगर निगम ने सख्त कार्रवाई करते हुए डेमोलिशन या सीलिंग की कार्रवाई शुरू कर दी है। अगर आप भी किसी ऐसे ही सस्ते प्लॉट या फ्लैट को खरीदने की तैयारी में हैं तो सावधान हो जाइए, कहीं ऐसा न हो आप अपना आशियाना बनाने के लिए पाई-पाई जोड़ कर बिल्डर को दे दें और एक दिन एमसीडी आपके सिर से छत और जमीन दोनों ही छीन ले।
सिविल लाइन्स में हुए अवैध निर्माण पर चला बुल्डोजर
दरअसल, एमसीडी ने कृषि भूमि की अवैध प्लाटिंग और उस पर किए जा रहे अवैध निर्माण के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कड़ी में एमसीडी ने डीडीए के साथ मिलकर स्थानीय पुलिस की सहायता से सिविल लाइंस क्षेत्र के स्वरूप नगर वार्ड में अवैध रूप से कृषि भूमि की जा रही प्लाटिंग को ध्वस्त कर दिया है। एमसीडी ने इस कार्रवाई के तहत स्वरूप नगर वार्ड के गली नंबर 08 और 15 में अलग-अलग खसरा नंबर वाले कृषि भूमि पर किए जा रहे अवैध प्लाटिंग और निर्माण को पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया है। इसमें एमसीडी ने बिल्डरों द्वारा किए जा रहे निर्माण को पूरी तरह से समाप्त कर दिया है।
दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों में भी एमसीडी की बड़ी कार्रवाई
इस मामले में एमसीडी ने दक्षिणी दिल्ली में भी बड़ी कार्रवाई की है और डेरा मंडी, आया नगर, भाटी, छतरपुर, महरौली, नेब सराय, ग्रीन पार्क, सफदरजंग एन्क्लेव, ग्रेटर कैलाश भाग 1 एवं 2, मांडी, भाटी, इत्यादि स्थानों पर कृषि भूमि पर अवैध रूप से की जा रही प्लॉटिंग को ध्वस्त कर दिया। निगम की टीम ने 08 स्थानों पर प्लॉटिंग के लिए शुरुआती दौर में की जा रही चारदीवारी को गिरा दिया है।
निगम अधिकारी कर रहे अवैध निर्माण की कड़ी निगरानी
दिल्ली नगर निगम की तरफ से कहा गया कि नगर निगम की टीम अवैध निर्माण की कड़ी निगरानी कर रही है. निगम के संज्ञान में आया की कुछ बिल्डर सक्षम अधिकारी से बिना अनुमति लिए अवैध निर्माण करा रहे हैं. कुछ बेईमान बिल्डर जनता को बड़े फ्लैट्स लालच देकर अपने जाल में फंसा लेते हैं. जब भोली भाली जनता को पता चलता है कि उक्त निर्माण अवैध है तब तक बहुत देर हो चुकी होती है.
एमसीडी की लोगों से अपील
एमसीडी की टीम ने 1 दिसंबर से आज तक दक्षिणी क्षेत्र में 111 अनधिकृत निर्माणों को ध्वस्त और सील कर दिया है. नगर निगम का मैदानी अमला अनाधिकृत निर्माणों पर कार्रवाई पर विशेष ध्यान दे रहा है। निगम ने अनधिकृत निर्माण में शामिल बिल्डरों के खिलाफ भी मामले दर्ज किए हैं। एमसीडी दिल्ली जनता से अपील करती है कि किफायती मकानों और प्लॉटों के प्रलोभन में बेईमान बिल्डरों की धोखेबाज योजनाओं में न फंसें।