कर्नाटक में कोरोना तेजी से फैल रहा है। पिछले 24 घंटे में 74 नए मामले आने के साथ 2 मरीजों की मौत से हड़कंप मच गया है। कर्नाटक सरकार ने कई सख्त कदम उठाने का निर्णय लिया है।
कर्नाटक में कोविड-19 मामले: दक्षिण भारत के राज्य केरल के बाद अब कर्नाटक में कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। साथ ही, कोविड संक्रमित मरीजों की मौतें ने सरकार की चिंता को बढ़ा दिया है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में मंगलवार (26 दिसंबर) को कोविड-19 के 74 नए मामले सामने आए हैं और दो लोगों की मौत दर्ज की गई है। दोनों मृतकों की उम्र 51 वर्ष थी। इससे सक्रिय मामलों का आंकड़ा बढ़कर 464 हो गया है तो मृतकों की संख्या 9 हो गई है।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, कोरोना संक्रमित मरीजों और मौतों के आंकड़ों में तेजी से हो रही बढ़ोतरी को लेकर राज्य सरकार पूरी तरह से एक्शन मोड में आ गई है। कर्नाटक सरकार ने कोरोना वायरस के नए वेरिएंट जेएन.1 (Corona JN.1 variant) से फैल रहे संक्रमण मामले के मद्देनजर लोगों को मास्क लगाने और कोविड-19 संबंधी उचित व्यवहार का पालन करने के लिए कहा है। कोविड-19 को लेकर गठित कैबिनेट की सब-कमेटी ने कई उपायों को अपनाने का निर्णय लिया है।
केंद्र से मांगी कॉर्बेवैक्स वैक्सीन की 30,000 डोज
इन सभी उपायों में मास्क पहनना, लक्षण वाले बच्चों को स्कूल न भेजना, सामाजिक दूरी जैसे कोविड-19 संबंधी उचित व्यवहार का पालन करना, 7 दिनों तक होम आइसोलेशन, और संक्रमित मरीजों को छुट्टी देना आदि प्रमुख रूप से शामिल है। बुजुर्गों और कई बीमारियों से पीड़ित लोगों को ‘एहतियाती टीका’ लगाने और इस उद्देश्य से केंद्र से कॉर्बेवैक्स टीके (Corbevax vaccine) की 30,000 डोज प्राप्त करने का भी निर्णय लिया गया है। इस संबंध में सरकार की ओर से जल्द ही डिटेल्ड गाइडलाइन जारी की जाएगी।
राज्य में 6,403 लोगों ने कराया कोरोना टेस्ट
स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 44 मरीजों को छुट्टी दे दी गई है और 4,680 आरटी-पीसीआर और 1,723 रैपिड एंटीजन टेस्ट समेत कुल 6,403 टेस्ट किए गए हैं। पॉजिटिविटी रेट 1.15 फीसदी है जबकि मामले की मृत्यु दर 2.70 फीसदी है। विभाग के मुताबिक सबसे ज्यादा टेस्ट बेंगलुरु में हुए हैं, जहां पर 2,104 लोगों ने अपना टेस्ट कराया जिसमें से 57 को कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। बाकी अन्य जिलों की तुलना में यह सबसे ज्यादा है।
गंभीर सांस की बीमारी से ग्रसित थे दोनों मृतक
राज्य में जिन दो मरीजों की मौत हुई है, उनमें से एक को 22 दिसंबर को बुखार, खांसी और सांस फूलने के लक्षणों के बाद दक्षिण कन्नड़ में भर्ती कराया गया था। उन्हें गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (severe acute respiratory infection) था और 23 दिसंबर को उनकी मौत हो गई। उन्हें टीका नहीं लगाया गया था।
बुलेटिन में कहा गया है कि दूसरे मरीज को 20 दिसंबर को खांसी और सांस फूलने के लक्षणों के चलते मैसूर में भर्ती कराया गया था और 25 दिसंबर को उनकी भी मृत्यु हो गई। उन्हें गंभीर श्वसन संक्रमण भी था, लेकिन उनको टीका लगाया गया था।
होम आइसोलेशन में चल रहा 423 लोगों का इलाज
हेल्थ बुलेटिन के मुताबिक, कुल 464 सक्रिय मामलों में से 423 व्यक्तियों को होम आइसोलेशन में रखा गया है, जबकि शेष 41 मरीजों का इलाज अस्पताल में जारी है। इसमें बताया गया है कि इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती हुए लोगों में से 16 को आईसीयू और 25 को सामान्य वार्ड में भर्ती किया गया है।