बस्ती में बेखौफ दबंगों ने रात के अंधेरे का फायदा उठाकर निर्माणाधीन चहारदीवारी में तोड़फोड़ कर दी। गुंडागर्दी घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है.
बस्ती समाचार: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जहां कानून-व्यवस्था को लेकर सख्त होने का दावा करती है, वहीं जमीनी हकीकत अक्सर कुछ और ही नजर आती है। बस्ती जिले की एक ताजा घटना इस असमानता को उजागर करती है। पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र में एक परिवार चहारदीवारी का निर्माण करा रहा था, तभी रात के अंधेरे में करीब एक दर्जन लोगों की भीड़ वहां पहुंच गई। उन्होंने निर्माणाधीन चहारदीवारी में तोड़फोड़ की और मौके से भाग गए। उन्हें क्या पता था कि उनकी करतूत घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो रही है।
घटना पुरानी बस्ती थाना क्षेत्र के स्टेशन रोड पर हुई. दो भाई, अनिल और भरत डिडवानिया, अपने निवास के चारों ओर एक चारदीवारी के निर्माण की प्रक्रिया में थे। 24 तारीख की आधी रात के आसपास, भू-माफियाओं का एक समूह मौके पर पहुंचा, निर्माणाधीन चारदीवारी को ध्वस्त कर दिया और भाग निकले। पूरा घटनाक्रम घर के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया, जिससे भूमाफियाओं की करतूत उजागर हो गई।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
घटना के बाद, पीड़ित परिवार ने सीसीटीवी फुटेज को लेकर थाने की दिशा में कदम बढ़ाया। पुरानी बस्ती पुलिस थाने में जांच शुरू हो गई है। पीड़ित अनिल डीडवानिया ने घटना के संबंध में आरोप लगाया है कि उनकी पैतृक जमीन पर उनके ही पाटीदारों के साथ विवाद था। इस मामले में कोर्ट के फैसले के बाद, जिसमें उनके पक्ष में फैसला हुआ था, उन्होंने बताया कि वे कोर्ट के आदेश के अनुसार अपनी बाउंड्रीवाल बना रहे हैं।
अनिल डीडवानिया ने यह भी कहा है कि उनके ही पट्टीदार, जैसे कि गोपाल, अजय, अभिषेक, और अर्पित समेत कई असामाजिक तत्व, रात के अंधेरे का फायदा उठाकर उनकी बाउंड्रीवॉल को गिरा दिया। पीड़ित ने इस घटना का सीसीटीवी फुटेज पुलिस को सौंपा है और न्याय की मांग की है। इस मामले पर पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है, और इसे जांचने के लिए कड़ी कदमबद्धता दिखाई है।