आज अयोध्या में राम जन्मभूमि ट्रस्ट की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है, जिसमें रामलला की मूर्ति पर निर्णय होने की उम्मीद है। इसके अतिरिक्त, इस बैठक में मंदिर के उद्घाटन की तैयारी पर भी चर्चा होगी।
राम मंदिर का उद्घाटन: आज अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तैयारियां तेजी से जारी हैं, और 22 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होगी। इस बीच आज श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट की एक महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है, जिसमें ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्यों को शामिल किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य रामलला की मूर्ति पर निर्णय और प्राण प्रतिष्ठा की तैयारियों पर चर्चा करना है।
इस अहम बैठक का आयोजन आयोध्या में ट्रस्ट के दफ़्तर में हो रहा है, जहां बैठक में भगवान रामलला की मूर्ति, पूजन विधि, मंदिर निर्माण कार्य, और 22 जनवरी के उद्घाटन की तैयारी पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। इसके अलावा, बैठक में 29 दिसंबर को एक और महत्वपूर्ण बैठक होने की योजना है, जिसमें यह तय होगा कि रामलला की कौन सी मूर्ति गर्भगृह में स्थापित की जाएगी।
रामलला की तीन मूर्तियां बनाई गईं
राम मंदिर में भगवान रामलला की अलग-अलग पत्थरों से तीन मूर्तियां बनाई गई हैं, जो पूरी तरह से तैयार हैं। ट्रस्ट इन मूर्तियों में से किसी एक प्रतिमा का चयन करेगा, जिसमें भगवान राम की पांच वर्ष की छवि कैसी होनी चाहिए, इसे लेकर फैसला किया जाएगा। ट्रस्ट का कहना है कि भगवान जिस रूप को स्वीकार करेंगे, उसी प्रतिमा को मंदिर के गर्भगृह में विराजित किया जाएगा।
राम मंदिर के उद्घाटन की अब उलटी गिनती शुरू हो गई है। मकर संक्रांति के बाद मंदिर परिसर में विधि विधान के साथ पूजा अर्चना शुरू हो जाएगी, जो प्राण प्रतिष्ठा तक चलती रहेगी। इस समारोह के लिए 4000 संतों समेत देश के तमाम वीवीआईपी मेहमानों को निमंत्रण दिया गया है। इसके अलावा तमाम राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं को भी निमंत्रण भेजा गया है।
राम मंदिर के उद्घाटन से पहले लगातार सीएम योगी अयोध्या का दौरा कर रहे हैं और ख़ुद समारोह की तैयारियों की समीक्षा कर रहे हैं। 30 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अयोध्या आ रहे हैं, और इस दौरान वह अयोध्या एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे।