डिंडोरी में एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के विधायक ओंकार सिंह मरकाम कलेक्टर विकास मिश्रा को उपस्थित देख हैरान रह गए. सरकारी कार्यक्रम के दौरान विकास ने ओंकार से तनख्वाह के बारे में पूछा तो विधायक ने जवाब दिया कि महिला से उसकी उम्र नहीं पूछनी चाहिए और पुरुष से उसकी तनख्वाह नहीं पूछनी चाहिए। दोनों के बीच की यह बातचीत अब वायरल हो रही है।
डिंडोरी(मध्य प्रदेश): मध्य प्रदेश के डिंडोरी में सोमवार को कलेक्टर विकास मिश्रा की बुद्धि उस समय प्रदर्शित हुई, जब उनसे एक छात्रा के वेतन के बारे में पूछा गया। डिंडोरी विधायक ओंकार सिंह मरकाम ने कलेक्टर से लड़की के वेतन के बारे में पूछा, जिस पर कलेक्टर ने जवाब दिया कि वह लड़की की उम्र या पुरुष का वेतन नहीं पूछते हैं. वहां मौजूद लोग जोर से हंस पड़े और विधायक भी ठहाका लगाए बिना नहीं रह सके।
डिंडोरी के खारीडीह जनपद पंचायत के करंजिया में सूरज कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें हितग्राहियों को सरकारी योजनाओं का लाभ मिल रहा है और स्थानीय समस्याओं का मौके पर समाधान किया जा रहा है। इसमें कलेक्टर व विधायक भी शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान दिलचस्प यह रहा कि गांव के जिस मेधावी छात्र को कलेक्टर ने एक दिन का कलेक्टर बनाया, उसे विधायक ने एक दिन का वेतन दिया.
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इनाम के तौर पर एक दिन का वेतन देने से पहले विधायक ने कलेक्टर से वेतन के बारे में पूछा. कलेक्टर ने विधायक से कहा कि वह करीब 1000 रुपये कमाते हैं। 60,000 प्रति माह। इसके बाद विधायक ने अपनी जेब से छह हजार रुपये निकाले और छात्र को दे दिए।
जनसेवा सूरज कार्यक्रम में कलेक्टर विकास मिश्र ने हायर सेकेंडरी स्कूल गोपालपुर की छात्रा कुमारी कुमकुम माहेश्वरी को मंच पर बिठाया. कलेक्टर ने कहा कि कुमकुम माहेश्वरी ने दसवीं कक्षा की वार्षिक परीक्षा में सर्वाधिक अंक प्राप्त किए हैं, इसलिए उन्हें एक दिन के लिए कलेक्टर बनाकर सम्मानित किया गया है.
सरकार अपने नागरिकों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करती है, जिसमें भोजन का वितरण, स्वास्थ्य देखभाल और अन्य सहायता शामिल है। कार्यक्रम में विभिन्न योजनाओं द्वारा 930 हितग्राहियों की सहायता की गई। इनमें सामाजिक न्याय विभाग से 17, संबल कार्ड से 100, स्वच्छता अभियान से 36, मनरेगा से 11, बने बंधन से 73, आजीविका मिशन से 23, स्वयं सहायता समूह से 263 महिलाओं की मदद की गयी. प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना से 7, प्रायोजन योजना से एक, लाडली लक्ष्मी योजना से 5, आयुष्मान कार्ड से 15, चिकित्सा सहायता से 104, बीपीएल कार्ड से 98, पोषाहार आहार से 40, नामांकन से 7 लोगों की मदद की गई वितरण, 100 किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा, और 53 वन विभाग द्वारा लाभ।