मेटा ने बताया कि कई फर्जी खातों के माध्यम से लोगों ने खुद को सिख बताया था। इन खातों से लोगों ने इंग्लिश और हिंदी में न्यूज और वर्तमान घटनाओं से जुड़े पोस्ट को एडिट करके शेयर किया गया।
चीन पर मेटा रिपोर्ट: मेटा ने चीन के साथ जुड़ी एक बड़ी बात का खुलासा किया है। यह सोशल मीडिया कंपनी ने बताया है कि चीन भारतीय और सिख समुदायों को लक्ष्य बनाकर उन पर दखल दे रहा है। एक नेटवर्क ने विश्वभर के सिख समुदाय को टारगेट किया है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, यूके, और नाइजीरिया जैसे देश शामिल हैं।
मेटा ने मई 2024 की तिमाही रिपोर्ट में बताया है कि उन्होंने 37 फेसबुक अकाउंट, 13 पेज (फेसबुक पर), पांच ग्रुप, और नौ इंस्टाग्राम अकाउंट हटा दिए हैं, जिनका को-ऑर्डिनेटेड इनऑथेंटिक बिहेवियर के खिलाफ था। चीन इस गतिविधि में अन्य प्लेटफ़ॉर्म जैसे टेलीग्राम और एक्स (पूर्व में ट्विटर) का भी इस्तेमाल कर रहा है, जिसमें कई फर्जी अकाउंट शामिल थे। इनमें से एक सोशल मीडिया ग्रुप सीधे चीन से चल रहा था और भारत और तिब्बत क्षेत्र को लक्ष्य बनाया गया था, जिसे उन्होंने 2023 में रोक दिया।
फर्जी अकाउंट के जरिये चलाए गए ये अभियान
मेटा की रिपोर्ट के अनुसार, उनके सिस्टम ने कई फर्जी अकाउंटों को खोजा जो खुद को सिख के रूप में पेश कर रहे थे। इन अकाउंटों के माध्यम से इंग्लिश और हिंदी में वार्तालाप और वर्तमान घटनाओं से जुड़े पोस्ट साझा किए गए थे। इनमें पंजाब क्षेत्र में बाढ़, विश्वभर में सिख समुदाय, खालिस्तान स्वतंत्रता आंदोलन, कनाडा में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या, और भारत सरकार की आलोचना से जुड़े पोस्ट शामिल थे। कई ग्रुपों के माध्यम से ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड सहित अन्य देशों में विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया गया। हालांकि, मेटा ने इन अकाउंट्स को बंद कर दिया जब इस तरह के गतिविधियों का पता चला।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों के मुताबिक, पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंटों ने पहले ही सिखों को भारत के खिलाफ अभियान के लिए टारगेट किया था। चीन ने भी इस तरह के कदम उठाने का संकेत दिया है, जिससे चीन-पाकिस्तान का संयुक्त अभियान संभव है।