कर्नाटक पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि 29 सदस्यीय SIT में 14 महिलाएं हैं, जिनमें जांच अधिकारी से लेकर टेक्निकल एक्सपर्ट तक शामिल हैं. 14 महिलाओं की इसी टीम ने रेवन्ना को पकड़ा था.
प्रज्वल रेवन्ना सेक्स स्कैंडल: रेप के आरोपी जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना को महिला पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने शुक्रवार, 31 मई 2024 को गिरफ्तार किया था। इस घटना के बाद से ही इस टीम की चर्चा हो रही थी। अब कर्नाटक पुलिस ने इस टीम के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, कर्नाटक पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बलात्कार के आरोपी प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु हवाई अड्डे से गिरफ्तार करने के लिए महिला पुलिस अधिकारियों की टीम भेजने का निर्णय सोच-समझकर लिया गया था।
गिरफ्तारी के बाद का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। अधिकारी ने बताया कि 29 सदस्यीय एसआईटी में 14 महिलाएं शामिल हैं, जिनमें जांच अधिकारी और तकनीकी विशेषज्ञ भी हैं। गिरफ्तारी के दिन महिला अधिकारियों ने प्रज्वल को पुलिस वाहन की पिछली सीट पर बिठाया और उसे एसआईटी के क्रिमिनल इन्वेस्टिगेशन डिपार्टमेंट में ले गईं। जब उसे कोर्ट और मेडिकल चेकअप के लिए बॉरिंग अस्पताल ले जाया गया, तब भी महिला अधिकारी ही उसके साथ थीं।
एसआईटी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “प्रज्वल को गिरफ्तार करने के लिए सभी महिला अधिकारियों को भेजने का मकसद यह संदेश देना था कि उसने अपने पद का दुरुपयोग करके महिलाओं का शोषण किया है, और अब ये महिलाएं उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का अधिकार रखती हैं।”
एसआईटी में शामिल हैं ये महिलाएं
दरअसल, एसआईटी प्रज्वल रेवन्ना के खिलाफ यौन उत्पीड़न के तीन मामलों की जांच कर रही है। हासन से सांसद रेवन्ना 27 अप्रैल को भारत से फरार हो गया था, जिसके बाद एसआईटी का गठन किया गया। इस मामले की जांच में महिला अधिकारी अग्रणी भूमिका निभा रही हैं। जांच अधिकारी सुमा रानी और दो आईपीएस अधिकारी – डिप्युटी इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (हेडक्वॉर्टर) सुमन डी पेन्नेकर और मैसूर सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस सीमा लाटकर के नाम के अलावा एसआईटी ने अन्य महिलाओं के नाम का खुलासा नहीं किया है।
एसआईटी सूत्रों ने बताया कि महिला अधिकारियों के नाम का खुलासा नहीं करने के पीछे कई कारण हैं। टीम एकजुट होकर काम कर रही है, और महिला अधिकारियों का निजी जीवन प्रभावित हो सकता है क्योंकि प्रज्वल रेवन्ना एक प्रभावशाली परिवार से हैं। एसआईटी में महिला अधिकारियों में दो सहायक पुलिस आयुक्त, दो इंस्पेक्टर, तीन सब-इंस्पेक्टर, दो हेड कॉन्स्टेबल और दो कॉन्स्टेबल शामिल हैं।
एसआईटी के अधिकारियों ने कहा कि वे प्रज्वल के साथ अन्य आरोपियों की तरह ही व्यवहार कर रहे हैं। साथ ही, कोई भी अधिकारी हासन से नहीं है, ताकि केस पर किसी प्रकार का असर न पड़े।