चंद्रबाबू नायडू ने जहां इस बार का चुनाव एनडीए गठबंधन में शामिल होकर लड़ा है, वहीं नीतीश कुमार भी आखिरी समय में इंडिया गठबंधन छोड़कर एनडीए में शामिल हो गए थे।
लोकसभा चुनाव परिणाम लाइव: लोकसभा चुनाव 2024 के मतों की गिनती जारी है, और अब तक के रुझानों में एनडीए और इंडिया गठबंधन में से किसी को भी बहुमत मिलता नहीं दिख रहा है। इस दौरान, कांग्रेस ने बीजेपी को सत्ता में आने से रोकने के लिए जोर जामाइश शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने बिहार के सीएम और जेडीयू के मुखिया नीतीश कुमार से बात की है और स्टालिन चंद्रबाबू नायडू के संपर्क में बने हुए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, टीडीपी प्रमुख एन. चंद्रबाबू नायडू को एनडीए का संयोजक नियुक्त किया जाएगा। नायडू ने व्यक्तिगत रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया और दोनों को बधाई दी है। दूसरी तरफ, सूत्रों के अनुसार कांग्रेस नेतृत्व टीडीपी और जेडीयू दोनों ही पार्टी के शीर्ष नेताओं के संपर्क में हैं, ताकि जरूरत पड़ने पर इनकी मदद से बहुमत साबित किया जा सके और बीजेपी को सत्ता में आने से रोका जा सके।
नीतीश कुमार दो बार छोड़ चुके हैं बीजेपी का साथ
नीतीश कुमार के बारे में यह कहना गलत नहीं होगा कि उन्होंने बीजेपी के साथ दो बार जुड़ाव छोड़ चुके हैं। 2015 में नीतीश कुमार ने बीजेपी को त्यागकर कांग्रेस और आरजेडी के साथ मिलकर महागठबंधन बनाया और चुनाव जीतकर सीएम भी बने। इस सरकार ने 2 साल तक चली। फिर, जुलाई 2017 में नीतीश कुमार ने आरजेडी के साथ टकराव के बाद महागठबंधन को छोड़कर फिर से एनडीए का समर्थन दिया और बीजेपी की मदद से सरकार बनाई। 10 अगस्त 2022 को फिर से नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देकर बीजेपी को छोड़ा और लालू यादव की पार्टी का साथ लिया। दोनों ने मिलकर सरकार बनाई। नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बने, जबकि तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री बने। इस सरकार ने दो साल तक काम किया, लेकिन विवाद के कारण नीतीश कुमार ने 28 जनवरी 2024 को बीजेपी का समर्थन पुनः लिया और एनडीए में वापस आ गए।