भाजपा नेता फग्गन सिंह कुलस्ते ने रविवार (16 जून, 2024) को मध्य प्रदेश की मंडला सीट से सात बार के सांसद के रूप में राज्य मंत्री के पद को ठुकराने के कारण को बताया।
कौन हैं फग्गन सिंह कुलस्ते: बीजेपी नेता और सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने रविवार (16 जून, 2024) को एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने दावा किया कि वे केंद्र सरकार के मंत्रिपरिषद में चौथी बार कनिष्ठ मंत्री बनने की पेशकश को स्वीकार नहीं किया था।
मध्य प्रदेश की मंडला सीट से सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा, “मैंने तीन बार राज्य मंत्री का पद संभाला है। चौथी बार फिर से राज्य मंत्री बनना मुझे उचित नहीं लगा। इसलिए, मैंने यह प्रस्ताव ठुकरा दिया। मैंने कहा कि यदि मुझे कैबिनेट मंत्री का पद प्राप्त होता, तो यह अधिक उपयुक्त होता।” फग्गन सिंह कुलस्ते ने कई बार मध्य प्रदेश में राज्य मंत्री के पद पर कार्य किया है।
फग्गन सिंह कुलस्ते ने पहले ग्रामीण विकास राज्य मंत्री के रूप में कार्य किया था। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पहले कार्यकाल के दौरान स्वास्थ्य और परिवार कल्याण राज्य मंत्री भी रह चुके हैं। कुलस्ते 1999 से 2004 के बीच अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के सदस्य के रूप में आदिवासी मामले और संसदीय कार्य राज्य मंत्री भी रहे हैं।
फग्गन सिंह कुलस्ते कौन हैं?
फग्गन सिंह कुलस्ते का जन्म ग्रामीण विकास मंत्रालय के अनुसार 18 मई 1959 को मध्य प्रदेश के मंडला के बाराबटी जिले में हुआ था। उन्होंने अपनी शिक्षा मंडला कॉलेज, डॉ. हरि सिंह गौर विश्वविद्यालय, सागर और रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय, जबलपुर से पूरी की है। उनकी शादी सावित्री कुलस्ते से हुई है और उनके तीन बेटियां और एक बेटा हैं।
फग्गन सिंह कुलस्ते को समाज में शिक्षा के प्रसार के लिए प्रमुखतः जाना जाता है। उन्होंने अनेक समितियों का गठन करके आदिवासियों को अपनी सांस्कृतिक गतिविधियों को बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया है, साथ ही समाज के कमजोर वर्गों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने के लिए उनका प्रयास भी देखा जाता है।