खान सर ने बताया कि पूर्वोत्तर के लोगों और बिहारियों के साथ पहले भेदभाव था, लेकिन 2019 के बाद महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में यह कम हो गया है। उन्होंने इसके पीछे प्रशांत किशोर का महत्वपूर्ण योगदान बताया।
खान सर के अनोखे अंदाज में पढ़ाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से प्रसारित हो रहा है। उन्होंने वीडियो में चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर और बिहारियों पर बात की है। खान सर ने कहा कि इस देश में जन्म स्थान के आधार पर भेदभाव होता है, जैसे कि पूर्वोत्तर के लोगों और बिहारियों के साथ हुआ है। उन्होंने बताया कि 2019 के बाद से इसमें सुधार आया है, जिसमें प्रशांत किशोर का भी बड़ा योगदान रहा है।
खान सर ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों को यहां के लोग “चाइनीज” कहकर बुलाते हैं, जो कि बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि हमें ऐसी बातों से शर्म आनी चाहिए, और यदि हम इसे ठीक करना चाहते हैं तो हमें अपने आप को बदलना होगा।
वीडियो में खान सर ने बताया कि दूसरा भेदभाव बिहारियों के साथ हुआ है, लेकिन 2019 के बाद इसमें सुधार आया है। उन्होंने महाराष्ट्र में इस सुधार के पीछे प्रशांत किशोर का महत्वपूर्ण योगदान बताया।
खान सर ने दावा किया कि 2019 में महाराष्ट्र चुनाव में जिस पार्टी के लिए प्रशांत किशोर ने रणनीति बनाई थी, वह पार्टी जीत गई और उसने इस बात को साबित किया कि वे पैसा नहीं चाहते, बल्कि उन्हें बिहारी मजदूरों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए। खान सर ने कहा कि अगर किसी का अच्छा योगदान है, तो उसकी सराहना की जानी चाहिए।