सुधांशु त्रिवेदी ने कांग्रेस में मल्लिकार्जुन खरगे की स्थिति को जवाहरलाल नेहरू से भी अधिक अच्छा माना है, क्योंकि उन्हें सर्वसम्मति से चुना गया है।
कांग्रेस पर सुधांशु त्रिवेदी: सुधांशु त्रिवेदी ने राज्यसभा में चर्चा के दौरान कांग्रेस पर कठोर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि उन लोगों ने जो कभी भी राम के अस्तित्व को माना नहीं, वे आज हमें बता रहे हैं कि हम कहां-कहां हार गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाई है, लेकिन कांग्रेस, जिसने 99 सीटें जीती हैं, वो अभी भी अपनी मंजिल समझकर बैठी हुई है। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बारे में भी बात की।
त्रिवेदी ने यह भी जताया कि जिन लोगों ने कभी राम के अस्तित्व को माना नहीं, वे आज हमें बता रहे हैं कि आप अयोध्या, बस्ती, प्रयागराज, नासिक, रामटेक, रामेश्वर में हार गए हैं। उन्होंने कहा कि ये प्रभु की लीला थी कि इन लोगों को अपना अस्तित्व साबित करने के लिए ये काम किया गया है। उन्होंने अपने स्थिति को साबित करने के लिए लगातार तीन बार काम किया है, जब उनके पास 2 सीटें थीं, जब वे 303 सीटों पर थे, और अब जब उनके पास 240 सीटें हैं।
99 सीट पाकर कांग्रेस उसे मंजिल समझ बैठी: सुधांशु त्रिवेदी
सुधांशु त्रिवेदी ने राज्यसभा में कांग्रेस पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि वे खुश हैं कि तीसरी डिवीजन के आने पर विपक्ष का ध्यान सवाल पूछने की बजाय बवाल पर है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्होंने स्पष्ट बहुमत से सरकार बनाई है, लेकिन कांग्रेस, जिसने 99 सीटें जीती हैं, वो अभी भी अपनी मंजिल समझकर बैठी हुई है। उन्होंने संविधान के मुद्दे पर भी कांग्रेस को निशाने पर लिया और कहा कि इन लोगों ने आपातकाल लगाया और संविधान के दुरुपयोग किया है।
उन्होंने नेहरू और प्रधानमंत्री मोदी की तुलना भी की, कहते हुए कि नेहरू जी को सर्वसम्मति से प्रधानमंत्री बनाया गया था, जबकि मोदी जी को भी सर्वसम्मति से पीएम बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आज मल्लिकार्जुन खरगे की स्थिति उस समय के नेहरू जी से बेहतर है, क्योंकि कम से कम उन्हें कांग्रेस के अंदर सभी ने चुना है। उन्होंने मोदी जी को भी अतुल्नीय पीएम बताया और उनके कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों का जिक्र किया।