हादसे के बाद, टर्मिनल 1 की फ्लाइट को टर्मिनल 2 और टर्मिनल 3 पर डायवर्ट कर दिया गया है। अभी तक कोई नई जानकारी नहीं है कि कब टर्मिनल 1 को फिर से चालू किया जाएगा, लेकिन कल तक इसकी उम्मीद है। इस हादसे की जांच डीजीसीए द्वारा की जा रही है।
आईजीआई हवाईअड्डे की छत गिरी: दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 के डिपार्चर छत का एक बड़ा हिस्सा गिरने से हलचल मच गई थी। शुक्रवार की सुबह साढ़े 5 बजे के आस-पास, फायर विभाग को जानकारी मिली थी कि एयरपोर्ट के टर्मिनल 1 पर छत का बड़ा हिस्सा गिर गया है। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीमें और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के लोग मिलकर करीब 8 लोगों को रेस्क्यू करके नजदीकी अस्पताल में भेज दिया।
हादसे के बाद, फ्लाइट पकड़ने आए यात्री बहुत परेशान थे क्योंकि उन्हें इस हादसे के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली थी कि आगे क्या होगा। सिविल एविएशन मंत्री राम मोहन नायडू ने इस हादसे का जांच कर बताया कि छत का जो हिस्सा गिरा है, वह साल 2009 में बनाया गया था।
इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है और अन्य घायल व्यक्तियों का इलाज अस्पताल में जारी है। यह हादसा इतना भयानक था कि उसे देखकर लोग अचंभित हो गए थे। इस दौरान, चश्मदीदों के मुताबिक ध्वनि इतनी तेज थी कि लगा जैसे बादल फट गए हो या फिर बिजली गिर गई हो। बाद में पता चला कि छत गिर गई थी और कुछ लोगों को घायल भी हुआ था।
मृतक के परिजनों को 20 लाख और घायलों को 3 लाख की मदद
दिल्ली एयरपोर्ट पर हुए इस हादसे की जानकारी मिलने के बाद, एनडीआरएफ की टीम भी मौके पर बुलाई गई। सरकार ने इस हादसे में मारने वाले शख्स के परिजनों को 20 लाख का मुआवजा और घायलों को 3 लाख का मुआवजा देने का ऐलान किया है। इस तरह के हादसे को दोहराने से बचने के लिए टर्मिनल 1 की बिल्डिंग का इंस्पेक्शन कराया जाएगा।
इसके साथ ही, जिन लोगों की फ्लाइटें कैंसल हुईं हैं, उन्हें पूरा रिफंड या अल्टरनेट फ्लाइट से यात्रा कराई जाएगी। साथ ही, देश भर के एयरपोर्टों की जांच की जाएगी। यह जांच हादसे की वजह के रूप में बारिश को भी मान रही है। शुरुआती जांच में यह पता चलेगा कि हादसे की असली वजह क्या थी और इस पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।