चंद्रशेखर आजाद ने प्रस्तावित किया कि एससी-एसटी छात्रों के लिए विदेश में उच्च शिक्षा के अवसर प्रदान किए जाएं और नगीना में IIT और IIM स्थापित किए जाएं। उन्होंने यह भी मांग की कि इन संस्थानों में SC-ST आरक्षण सुनिश्चित किया जाए।
लोकसभा में चन्द्रशेखर आज़ाद का भाषण: नगीना लोकसभा क्षेत्र से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया में नरेंद्र मोदी सरकार से कई प्रमुख मांगें कीं और बीजेपी सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि शिक्षा के बाजारीकरण को रोकना आवश्यक है और सरकारी शिक्षण संस्थानों में उच्च गुणवत्ता की शिक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए। उनका कहना था कि एक समान पाठ्यक्रम और शिक्षा नीति लागू होनी चाहिए, लेकिन सरकार ने शिक्षा बजट में कटौती की है, जिससे भारत की भविष्यवाणी पर सवाल उठता है।
चंद्रशेखर आजाद ने नगीना में स्कूलों और कॉलेजों की जरूरत पर जोर देते हुए एससी-एसटी और ओबीसी छात्रों के लिए बजट बढ़ाने की मांग की। उन्होंने छात्र संघ चुनाव को फिर से बहाल करने, एससी-एसटी छात्रों के लिए विदेश में उच्च शिक्षा की व्यवस्था, और नगीना में नए कॉलेज, विश्वविद्यालय, IIT और IIM स्थापित करने की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने नगीना में सैनिक स्कूल और टीचर ट्रेनिंग सेंटर खोलने की भी बात की।
मौलाना जौहर यूनिवर्सिटी का किया जिक्र
नगीना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने मौलाना जौहर यूनिवर्सिटी, मोदिया रामपुर का उल्लेख करते हुए कहा कि इस यूनिवर्सिटी को आजम खान ने बढ़ावा दिया था और इसका उद्देश्य शिक्षा को प्रोत्साहित करना था। आजाद ने आरोप लगाया कि राजनीतिक कारणों से आजम खान को जेल में बंद कर दिया गया और यूनिवर्सिटी के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक कारणों से इस यूनिवर्सिटी को बंद करने का प्रयास गलत है और इसे इस तरह नहीं रोका जा सकता।
बीएड के छात्रों की समस्याओं पर भी आजाद ने चिंता जताई और कहा कि सरकार के नियमों में बदलाव के कारण बीएड छात्रों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने सभी नेताओं और सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को सरकारी स्कूलों में पढ़ाने की व्यवस्था की मांग की और ग्रामीण इलाकों के बच्चों की शिक्षा पर भी ध्यान देने की अपील की।