तमिलनाडु में 13 लड़कियों के यौन शोषण के मामले में महिला आयोग ने चेन्नई पुलिस के महानिदेशक को निर्देश दिए हैं कि वे निष्पक्ष और समयबद्ध जांच सुनिश्चित करें।
तमिलनाडु फर्जी एनसीसी कैंप मामला: तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले में एक प्राइवेट स्कूल में आयोजित फर्जी राष्ट्रीय कैडेट कोर (NCC) कैंप में एक लड़की के यौन उत्पीड़न और 12 लड़कियों के यौन शोषण के मामले पर राष्ट्रीय महिला आयोग ने सख्त कदम उठाया है। महिला आयोग ने इस मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए चेन्नई के पुलिस महानिदेशक को निष्पक्ष और समयबद्ध जांच सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग ने एक मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए ट्वीट किया, “तमिलनाडु के कृष्णागिरी में फर्जी NCC कैंप में 13 लड़कियों का यौन शोषण”। आयोग ने डीजीपी को निर्देश दिया है कि वे उचित समयबद्ध जांच सुनिश्चित करें और आरोपियों के खिलाफ संबंधित कानून के तहत मामला दर्ज करें। इसके साथ ही, पुलिस और राज्य सरकार से तीन दिनों के भीतर विस्तृत कार्रवाई की रिपोर्ट भी मांगी गई है।
क्या है मामला?
तमिलनाडु के कृष्णागिरी जिले के एक प्राइवेट स्कूल में एक फर्जी एनसीसी कैंप के आयोजन के दौरान 13 लड़कियों के यौन शोषण की घटना सामने आई है। इस कैंप में 41 बच्चे शामिल हुए थे, जिनमें 17 लड़कियां थीं। कैंप को स्कूल के सेमिनार हॉल में आयोजित किया गया था, जहां लड़कियों को फर्स्ट फ्लोर पर और लड़कों को ग्राउंड फ्लोर पर ठहराया गया था। उल्लेखनीय है कि इस कैंप के दौरान कोई शिक्षक निगरानी के लिए मौजूद नहीं था।
कृष्णागिरी के इस प्राइवेट स्कूल में एनसीसी की कोई भी यूनिट नहीं थी। एक समूह ने स्कूल के प्रिंसिपल को यह सुझाव दिया कि अगर वे एक बार कैंप आयोजित कर लें, तो उन्हें भविष्य में एनसीसी कैंप लगाने की अनुमति मिल सकती है। प्रिंसिपल ने इस प्रस्ताव को मान लिया और तीन दिवसीय एनसीसी कैंप आयोजित किया। इस दौरान 13 लड़कियों के साथ यौन शोषण की घटनाएं हुईं। स्कूल के वरिष्ठ अधिकारियों को इस मामले की जानकारी होने के बावजूद उन्होंने इसे दबाए रखा और पुलिस को सूचित नहीं किया। इस मामले में पुलिस ने मुख्य संदिग्ध समेत 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।