बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए एक नया बयान दिया है। स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में हाल ही में गंभीर टिप्पणी की है, जो उनकी लगातार आलोचनाओं की श्रृंखला में एक नया मोड़ है।
सुब्रमण्यम स्वामी: अगले महीने यानी 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 74 साल के हो जाएंगे। उसके बाद वे अपना 75वां जन्मदिन मनाएंगे। उस खास दिन से पहले बीजेपी पार्टी के सुब्रमण्यम स्वामी नाम के एक नेता ने एक अहम संदेश शेयर किया है।
बीजेपी नाम के एक समूह से जुड़े सुब्रमण्यम स्वामी नाम के एक नेता ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी 75 साल की उम्र में अपनी नौकरी से नहीं हटते हैं, तो उन्हें अलग तरीके से पद छोड़ना पड़ सकता है। यह पहली बार नहीं है जब सुब्रमण्यम स्वामी ने प्रधानमंत्री मोदी के बारे में ऐसी बातें कही हों जो बहुत अच्छी न हों।
सोशल नेटवर्क पर इसकी रिपोर्ट की गई
सुब्रमण्यम स्वामी नाम के एक नेता ने एक वेबसाइट पर कहा कि अगर प्रधानमंत्री मोदी आरएसएस नाम के एक समूह की शिक्षाओं का पालन करने का वादा नहीं करते हैं और यह नहीं कहते हैं कि वे 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाएंगे, तो शायद वे प्रधानमंत्री न रहें।
बीजेपी के एक अलिखित नियम की तरफ इशारा कर रहे हैं सुब्रमण्यम स्वामी
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद से बीजेपी के कई प्रमुख नेताओं ने 75 वर्ष की आयु पार करने के बाद सक्रिय राजनीति से संन्यास ले लिया है। इस कारण से लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज नेताओं को ‘मार्गदर्शक मंडल’ में शामिल किया गया, और सुमित्रा महाजन जैसी वरिष्ठ नेता भी चुनावी राजनीति से बाहर हो गईं।
सुब्रमण्यम स्वामी ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया है कि वे “दूसरे तरीके” क्या हो सकते हैं जिनसे पीएम मोदी को अपनी कुर्सी खोनी पड़ सकती है। इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी अकेले बहुमत हासिल नहीं कर पाई, लेकिन फिर भी वह सबसे बड़ी पार्टी बनी। स्वामी का इशारा शायद गठबंधन की मजबूरी या नैतिक दबाव की ओर हो सकता है।