सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को इस मामले की सुनवाई के दौरान टिप्पणी की कि राज्य सरकार ने इस केस में जिस प्रकार की कार्रवाई की है, उसे उन्होंने 40 साल में कभी नहीं देखा। कोर्ट ने पुलिस की भूमिका पर भी संदेह जताया है।
कोलकाता डॉक्टर बलात्कार हत्याकांड: कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मामले को लेकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों ने, जो कई राज्यों में हड़ताल खत्म कर काम पर लौट चुके हैं, शुक्रवार (23 अगस्त 2024) को भी हड़ताल जारी रखी। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के हड़ताल वापस लेने के अनुरोध को मानने से इंकार कर दिया है।
कोलकाता के डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला है, इसलिए वे काम पर लौटने के लिए तैयार नहीं हैं। उनका कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने न्याय का हिस्सा टाल दिया है, और उनका मुख्य लक्ष्य अपनी साथी को न्याय दिलाना है। दूसरी ओर, अन्य डॉक्टर संगठनों जैसे यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन (UDAF), रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA), और फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन (FAIMA) ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी है।
सुप्रीम कोर्ट ने पुलिस की भूमिका पर जताया संदेह
22 अगस्त को सुनवाई के दौरान, सुप्रीम कोर्ट ने एक बार फिर राज्य सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाए। जस्टिस पारदीवाला ने फटकार लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले में जिस प्रकार से काम किया, वह उन्होंने अपने 30 साल के करियर में कभी नहीं देखा। उन्होंने कोलकाता पुलिस की भूमिका पर भी संदेह जताया। पुलिस की लापरवाही को देखते हुए, कोलकाता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को इस केस को सीबीआई को सौंपा था। सुप्रीम कोर्ट ने 20 अगस्त को सीबीआई से रिपोर्ट पेश करने को कहा था। अब इस केस की अगली सुनवाई 5 सितंबर को होगी।
9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप के बाद हत्या कर दी गई थी, जिसके बाद देशभर में विरोध और हड़ताल का सिलसिला शुरू हुआ। इस मामले का मुख्य आरोपी संजय रॉय पुलिस की गिरफ्त में है, और सीबीआई आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रही है।