कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर के मामले को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक नेशनल टास्क फोर्स (NTF) के गठन का आदेश दिया था। इस आदेश के तहत 14 सदस्यीय NTF का गठन किया गया है।
राष्ट्रीय कार्य बल की पहली बैठक: सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए स्थापित की गई नेशनल टास्क फोर्स (NTF) की पहली बैठक मंगलवार (27 अगस्त 2024) को हुई। इस बैठक की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव ने की और इसमें सभी सदस्य शामिल हुए। बैठक के दौरान एनटीएफ के सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर गहराई से चर्चा की और अपने सुझाव प्रस्तुत किए।
सदस्यों ने जानकारी दी कि उन्हें विभिन्न स्टेकहोल्डर्स से सीधे संपर्क प्राप्त हुआ है और उन्होंने व्यक्तिगत रूप से 300 से 400 सुझाव मिले हैं। सुप्रीम कोर्ट ने कोलकाता में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और मर्डर मामले के बाद डॉक्टरों की सुरक्षा के लिए एनटीएफ के गठन का आदेश दिया था। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने 14 सदस्यीय एनटीएफ का गठन किया था।
सुझावों के लिए एक राष्ट्रीय पोर्टल भी शुरू किया गया है, जहां मंगलवार से डॉक्टरों और अस्पतालों से संबंधित सुझाव मांगे जा रहे हैं। इस पोर्टल पर प्राप्त सुझावों पर विचार करने के बाद, प्रमुख स्टेकहोल्डर्स और पोर्टल पर आए सुझावों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एनटीएफ सदस्यों के पास प्रस्तुत किया जाएगा। स्वास्थ्य सचिव एनटीएफ के सदस्यों के साथ व्यापक परामर्श करेंगे।
राज्यों से भी मांगी गई जानकारी
नेशनल टास्क फोर्स (NTF) का गठन डॉक्टरों की सुरक्षा के मुद्दे पर किया गया है, इसलिए देश के सभी राज्यों से इस संबंध में जानकारी मांगी गई है। राज्यों से अनुरोध किया गया है कि वे अपने चिकित्सा संस्थानों में सुरक्षा उपायों की जानकारी प्रदान करें। इसके लिए राज्यों के साथ एक गूगल शीट साझा की गई है।
बुधवार को एक महत्वपूर्ण बैठक भी आयोजित की जाएगी, जिसमें डॉक्टरों की सुरक्षा के अल्पकालिक उपायों पर चर्चा की जाएगी। यह बैठक विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होगी और इसमें राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी शामिल होंगे। बैठक की सह-अध्यक्षता केंद्रीय गृह सचिव और केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव करेंगे।