दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राऊज आईएएस स्टडी सर्किल में तीन छात्रों की मौत के मामले में सीबीआई ने विशेष अदालत से एक सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा है।
आईएएस कोचिंग सेंटर में मौतें: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राऊज आईएएस स्टडी सर्किल में तीन छात्रों की मौत के मामले की जांच सीबीआई हर पहलू से कर रही है। बुधवार, 28 अगस्त को सीबीआई ने विशेष अदालत के समक्ष अपनी रिपोर्ट पेश की।
रिपोर्ट में सीबीआई ने जानकारी दी कि आईआईटी के प्रोफेसरों की एक टीम ने एसयूवी और कोचिंग सेंटर के गेट की जांच की है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सीबीआई ने अदालत से एक सप्ताह का अतिरिक्त समय मांगा है ताकि इंस्पेक्टर और वाहन की अधिक बारीकी से जांच की जा सके।
सीबीआई ने अदालत को बताया कि आईआईटी प्रोफेसरों की टीम ने रविवार को जब्त किए गए वाहन और गेट का माप लिया। साथ ही, एसयूवी की जांच एक मोटर व्हीकल एक्सपर्ट द्वारा भी की जाएगी, क्योंकि वाहन मालिक ने एसयूवी को वापस लेने की मांग की थी।
कैसे हुई थी मौत?
सीबीआई ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि सिविल सेवा परीक्षा के तीनों अभ्यर्थियों की मौत डूबने के कारण हुई थी। मामले की जांच भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या) के तहत की जा रही है।
जमानत की मांग किसने की?
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राऊज आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट के चार सह-मालिकों ने दिल्ली उच्च न्यायालय में अपने खिलाफ दर्ज आपराधिक मामले में जमानत के लिए याचिका दायर की है। जुलाई में, बेसमेंट में बारिश का पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा के तीन अभ्यर्थियों की डूबने से मौत हो गई थी।
जेल में बंद चारों सह-मालिकों ने अदालत से अनुरोध किया है कि वे केवल बेसमेंट के मालिक हैं और बेसमेंट कोचिंग संस्थान को किराये पर दिया गया था। उन्होंने तर्क दिया है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में उनकी कोई भूमिका नहीं है, इसलिए उन्हें जमानत दी जानी चाहिए।