सीबीआई के अनुसार, दोनों गार्ड वारदात वाली रात अस्पताल में तैनात थे। इस मामले में सीबीआई ने अब तक मुख्य आरोपी संजय रॉय सहित 10 लोगों के पॉलीग्राफ टेस्ट कराए हैं।
कोलकाता डॉक्टर बलात्कार हत्याकांड नवीनतम समाचार: गुरुवार (29 अगस्त 2024) को सीबीआई ने कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कार्यरत दो निजी गार्डों का पॉलीग्राफ टेस्ट किया। सीबीआई अधिकारियों के अनुसार, इन गार्डों के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए उन्हें पहले कोलकाता की एक अदालत में पेश किया गया था, जहां से मंजूरी मिलने के बाद शाम तक टेस्ट पूरा किया गया।
अब तक इस केस में पॉलीग्राफ टेस्ट से गुजरने वाले व्यक्तियों की कुल संख्या 10 हो गई है। इसमें गिरफ्तार आरोपी संजय रॉय, मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष, कोलकाता पुलिस के सहायक उप-निरीक्षक (ASI) अनूप दत्ता, चार डॉक्टर जो वारदात वाली रात पीड़िता के साथ ड्यूटी पर थे, और एक कोलकाता पुलिस सिविल वॉलंटियर शामिल हैं।
इस वजह से सीबीआई कर रही पॉलीग्राफ टेस्ट
सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि पॉलीग्राफ टेस्ट के दौरान प्राप्त जानकारी को सीधे सबूत के रूप में अदालत में प्रस्तुत नहीं किया जा सकता, लेकिन यह जानकारी सीबीआई द्वारा अन्य सबूतों की पुष्टि में सहायक हो सकती है। पॉलीग्राफ टेस्ट संदिग्धों और गवाहों के बयानों में झूठ का आकलन करने में मदद करता है, जिसमें मनोवैज्ञानिक प्रतिक्रियाएं, हृदय गति, सांस लेने का तरीका, पसीना और रक्तचाप की निगरानी शामिल है। इन सूचनाओं के आधार पर जांचकर्ता यह पता लगा सकते हैं कि उत्तरों में कोई विसंगति है या नहीं।
9 अगस्त 2024 को आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में एक ट्रेनी डॉक्टर के रेप के बाद हत्या कर दी गई थी। सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संजय रॉय नाम के सिविल वॉलंटियर को गिरफ्तार किया गया, जो उस दिन सुबह 4:03 बजे सेमिनार हॉल में देखा गया था। 13 अगस्त को कलकत्ता उच्च न्यायालय ने इस केस की जांच को कोलकाता पुलिस से सीबीआई को सौंपने का आदेश दिया। इसके बाद सीबीआई ने 14 अगस्त से मामले की जांच शुरू की।