बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने ममता बनर्जी पर आरोप लगाया कि वह अपनी राजनीति के लिए अपराधियों को स्थान देती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि इस मुद्दे पर कोर्ट और केंद्र सरकार को ध्यान देना चाहिए।
सौमित्र खान ममता बनर्जी पर: कोलकाता डॉक्टर रेप और मर्डर केस को लेकर टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कड़ी आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच, बीजेपी सांसद और राज्य भाजपा के उपाध्यक्ष सौमित्र खान ने ममता बनर्जी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। सौमित्र खान ने गुरुवार (29 अगस्त) को दावा किया कि अगर ममता बनर्जी 2026 में फिर से सत्ता में आती हैं, तो वे पूर्वोत्तर राज्यों को बाकी भारत से जोड़ने वाले ‘सिलीगुड़ी के चिकन नेक कॉरिडोर’ को बंद कर सकती हैं।
द इकोनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, सौमित्र खान ने आरोप लगाया कि ममता बनर्जी अपनी राजनीति के लिए आतंकवादियों और अपराधियों का समर्थन कर सकती हैं। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और केंद्र सरकार से इस मामले का संज्ञान लेने की अपील की है।
सौमित्र खान ने यह भी कहा कि अगर भारत सरकार इस पर ध्यान नहीं देती है, तो ममता बनर्जी 2026 तक सिलीगुड़ी के चिकन नेक को बंद करके पूर्वोत्तर भारत का रास्ता अवरुद्ध कर सकती हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि राजनीति के लिए ममता बनर्जी कुछ भी कर सकती हैं और इस स्थिति में भारत को गंभीर खतरों का सामना करना पड़ सकता है, इसलिए कोर्ट और केंद्र सरकार को इस मामले पर ध्यान देना चाहिए।
ममता बनर्जी बंगाल को नष्ट कर रही- बीजेपी सांसद
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने कहा कि असम एक विकासशील राज्य है, और हिमंत सरमा के सत्ता में आने के बाद असम में रोजगार के अवसर बढ़े हैं, उद्योगों का विकास हो रहा है, और लोगों को अपने घरों में काम मिल रहा है। वहीं, दूसरी ओर ममता बनर्जी बंगाल को बर्बाद कर रही हैं। सौमित्र खान ने यहां तक कहा कि उन्हें लगता है कि ममता बनर्जी का संबंध विदेशी शक्तियों से हो सकता है।
इसके साथ ही सौमित्र खान ने कहा कि आरजी कर अस्पताल में हुई घटना को लेकर सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) जा रहे हैं, और वे भी उनके साथ जाएंगे। उनका दावा है कि प्रदर्शनकारियों पर पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज के खिलाफ वे एनएचआरसी में शिकायत दर्ज करेंगे। उन्होंने कहा कि 27 और 28 अगस्त को हुई घटनाओं पर एक समूह राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष को ज्ञापन सौंपेगा, ताकि इस मामले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।